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दबाव समूह की गतिविधियों की उपयोगिता-

दबाव समूह की गतिविधियों की उपयोगिता-

1-लोकतंत्र में दबाव समूहों की भूमिका-

  • दबाव समूह विभिन्न समुदायों की मांगों और हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इसलिये भारत जैसे एक बहुलवादी राष्ट्र के महत्त्वपूर्ण अंग हैं। ये लोगों को राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करते हैं। 
  • दबाव समूह मतदाताओं को शिक्षित और सूचित भी करते हैं और इस प्रकार वे राजनीतिक शिक्षा को बढ़ावा देते हैं।
  • लोकतंत्र को मज़बूत करने के लिये सामाजिक परिवर्तन के उद्देश्य को प्राप्त करने में दबाव समूह महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।  
  • दबाव समूहों के माध्यम से नीति-निर्माताओं को यह पता चलता है कि कैसे कुछ विशेष मुद्दों पर जनता क्या अनुभव करती है।
  • कई आदिवासी समूहों ने जनजातीय आबादी के शोषण के खिलाफ आंदोलन की अगुआई की है और सरकार को विवश किया है कि वो इनके अधिकारों की सुरक्षा हेतु प्रावधान करे, उदाहरण के लिये विभिन्न प्रादेशिक वन नीतियाँ और वन अधिकार अधिनियम- 2006। 

इन समूहों ने अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर कभी-कभी देश के समक्ष प्रतिकूल परिस्थितियाँ भी उत्पन्न की हैं-

भारत में  कई दबाव समूह मुख्य रूप से विभिन्न असंवैधानिक पद्धतियों के माध्यम से सरकार को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं, जैसे हमले, आंदोलन, प्रदर्शन, तालाबंदी आदि के द्वारा।

दबाव समूह की गतिविधियों की उपयोगिता-
दबाव समूह की गतिविधियों की उपयोगिता-

2-दबाव समूहों की विशेषताओं का वर्णन निम्नवत् है:

1. दबाव समूह कारण और नोटिस के आधार पर, स्थानीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर सकते हैं।


2. सभी हित समूह स्वयं या अपने कारणों के लाभ के लिए सरकार की नीति को प्रभावित करने की एक लालसा रखते हैं।


3. आम तौर पर ये गैर-लाभकारी और स्वयंसेवी संगठन होते हैं।


4. एक लक्षित उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए वे राजनीतिक या औद्योगिक निर्णय निर्माताओं को प्रभावित करना चाहते हैं।


5. दबाव समूह उन व्यक्तियों का समूह या संग्रह है जो जातीयता, धर्म, राजनीतिक दर्शन, या एक समान लक्ष्य के आधार पर मूल्यों और विश्वासों पर समान पकड रखते हैं।


6. दबाव समूह अक्सर उन लोगों की विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो समाज की मौजूदा परिस्थितियों से असंतुष्ट होते हैं।


7. ये उन हितकारी समुदायों के स्वाभाविक परिणाम हैं जो सभी समाजों में विद्यमान रहते हैं।


8. दबाव समूह राजनीतिक दलों से भिन्न होते हैं। राजनैतिक दल लोगों द्वारा चुनकर आने के बाद परिवर्तन करना चाहते हैं, जबकि दवाब समूह राजनीतिक दलों को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। दवाब समह विशेष मुद्दों पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित करने में सक्षम हो सकते हैं, जबकि राजनैतिक दल मुद्दों कि विस्तृत श्रृंखला का पता लगाते हैं।


9. दबाव समूह व्यापक रूप से लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण भाग हैं।

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