1-सोडियम को किरोसिन में डुबोकर क्यों रखा जाता है।
उत्तर-सोडियम धातु का ज्वलन ताप (ignition temperature) अत्यंत कम होता है। टूटे पतली चादरों में परिवर्तित किया जा सकता है। तन्य का अर्थ है कि धातुओं को खींच-खींच कर पतले तारों में परिवर्तित किया जा सकता है।
2-ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती हैं?
उत्तर: अधातु के ऑक्साइड अम्लीय गुण वाले होते हैं, यथा कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड आदि। ये ऑक्साइड आम्लिक होते हैं।
अत: ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ अम्लीय गुण वाले ऑक्साइड बनाती है।
3-रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद कीजिए।
उत्तर: रासायनिक गुणधर्मों के आधात पर धातुओं तथा अधातुओं में विभेद:
(a) धातु तनु अम्ल के साथ प्रतिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस मुक्त करते हैं, जबकि अधातु तनु अम्ल के साथ प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
(b) धातु ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर क्षारीय ऑक्साइड बनाते हैं, जबकि अधातु ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अम्लीय ऑक्साइड बनाते हैं।
(c) धातु अधातुओं के साथ जुड़कर आयनिक बंध बनाते हैं जबकि अधातु अधातु के साथ जुड़कर सहसंयोजी बंध बनाते हैं।
(d) धातु जल के साथ अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस बनाते हैं, जबकि अधातु जल के साथ अभिक्रिया नहीं करते हैं।
4-धातुओं के भौतिक गुणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-धातुओं के भौतिक गुण निम्नलिखित हैं-
1-धातुएं चमकीली होती है तथा इन पर पालिश भी की जा सकती है।
2-धातुएं ऊष्मा तथा विद्युत कि चालक होती हैं।
3-सोडियम तथा पोटेशियम को छोड़कर सभी धातुओं के गलनांक तथा क्वथनांक उच्च होते हैं।
4-धातुएं कठोर सतह से टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं।
5-धातुएं तन्य होती हैं। तथा इन्हें लंबे तारों में खींचकर तारों में परिवर्तित किया जा सकता है।
5-गर्म पानी की टंकी बनाने के लिये स्टील की जगह कॉपर का इस्तेमाल क्यों होता है?
उत्तर:आयरन भाप के साथ प्रतिक्रिया करता है जबकि कॉपर पानी के साथ किसी भी तापमान पर प्रतिक्रिया नहीं करता है। गर्म पानी की टंकी में स्टील इस्तेमाल करने से वह भाप से प्रतिक्रिया करेगा और समय बीतने के साथ स्टील का कोरोजन हो जायेगा। लेकिन कॉपर को भाप से कोई नुकसान नहीं होगा। इसलिये गर्म पानी की टंकी बनाने के लिये कॉपर का इस्तेमाल होता है।
6-दो ऐसी धातु का नाम बताएँ जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर सकते हैं। दो ऐसी धातु का नाम बताएँ जो ऐसा नहीं कर सकते हैं।
उत्तर:सोडियम और जिंक तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर सक्ते हैं, जबकि कॉपर और गोल्ड ऐसा नहीं कर सकते हैं।
7-अघातवर्घ्य तथा तन्य का अर्थ बताइए।
उत्तर:अघातवर्ध्य : धातुओं को पीटकर पतले चादर में बदला जा सकता है। धातु के इस गुण को अघातवर्धनीयता (Malleability) कहा जाता है, तथा धातुओं अघातवर्ध्य कहा जाता है।
इसी कारण से लोहे का उपयोग वाहनों के बॉडी को बनाने में होता है, तथा ऐलुमिनियम, ताँबा आदि का उपयोग बर्तन बनाने के काम में होता है। बर्तन या वाहनों के बॉडी के निर्माण से पहले धातुओं को पतले चादर के रूप में बदला जाता है।
15. मिश्रातु क्या होते हैं?
उतर: दो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण को मिश्रातु कहते हैं। इसे तैयार करने के लिए पहले मूल धातु को गलित अवस्था में लाया जाता है एवं तत्पश्चात दूसरे तत्वों को एक निश्चित अनुपात में इसमें विलीन किया जाता है। फिर इसे कमरे के ताप पर शीतलीकृत किया जाता है।
उदारण: स्टेनलेश स्टील एक मिश्रातु है, जिसे लोहा, क्रोमियम तथा निकेल धातुओं को मिलाने से बनाया जाता है।
ब्रांज एक मिश्रातु है, जिसे कॉपर तथ टिन को मिलाने से बनाया जाता है।
ब्रास एक मिश्रातु है, जिसे कॉपर तथा जिंक को मिलाकर बनाया जाता है।
1-सोडियम को किरोसिन में डुबोकर क्यों रखा जाता है।
सोडियम धातु का ज्वलन ताप (ignition temperature) अत्यंत कम होता है। टूटे पतली चादरों में परिवर्तित किया जा सकता है। तन्य का अर्थ है कि धातुओं को खींच-खींच कर पतले तारों में परिवर्तित किया जा सकता है।
2-ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती हैं?
उत्तर: अधातु के ऑक्साइड अम्लीय गुण वाले होते हैं, यथा कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड आदि। ये ऑक्साइड आम्लिक होते हैं।