हमारे आस पास के पदार्थ पाठ के प्रश्न उत्तर-
1-पदार्थ के कणों की क्या विशेषताएं होती है?
उत्तर-प्रत्येक पदार्थ अत्यंत छोटे छोटे कणों से मिलकर बनता है। इन कणों की विशेषताएं इस प्रकार है-
1-पदार्थ के इन कोणों के मध्य रिक्त स्थान होता है।
2-इन रिक्त स्थानों में यह का निरंतर गति की अवस्था में रहते हैं।
3-यह कण परस्पर एक दूसरे को आकर्षित करते हैं तथा इन आकर्षण बल के कारण एक दूसरे से बने रहते हैं।
2-273 K पर बर्फ को ठंडा करने पर तथा जल को इसी तापमान पर ठंडा करने पर शीतलता का प्रभाव अधिक क्यों होता है?
उत्तर: 273 K तापमान पर बर्फ पिघलकर जल में बदलने लगता है। इस प्रक्रिया में बर्फ ऊष्मा अवशोषित करता है। ऐसा जल के साथ नहीं होता है। इसलिए इस तापमान पर जल की तुलना में बर्फ शीतलता का अधिक प्रभाव देता है।
3- उबलते हुए जल अथवा भाप में से जलने की तीव्रता किसमें अधिक महसूस होती है?
इन्हें भी पढ़ें:- हमारे आस पास के पदार्थ-
उत्तर: उबलते हुए पानी की तुलना में भाप के पास अधिक प्रसुप्त ऊष्मा होती है। इसलिए जल की तुलना में भाप से जलने की तीव्रता अधिक महसूस होती है।
4-पदार्थ की परिभाषा दीजिए।
उत्तर-पदार्थ की आम परिभाषा है कि ‘कुछ भी’ जिसका कुछ-न-कुछ वजन (Mass) हो और कुछ-न-कुछ ‘जगह घेरती’ (Volume) हो उसे पदार्थ कहते है। उद्धरण के तौर पर, एक कार जिसका वजन होता है और वह जगह भी घेरती है उसे पदार्थ कहेंगे।
5-गर्मियों में घड़े का पानी ठंडा क्यों होता है?
उत्तर- घड़ों में छोटे-छोटे रंध्र होते हैं। जिन से घड़ों में भरा पानी रिसता रहता है। बाहर रिसे हुए पानी का सतह क्षेत्र बढ़ जाता है जिसका तेज़ी से वाष्पण होता है। वाष्पण से ठंडक उत्पन्न होती है।
6- एसीटोन/पेट्रोल या इत्र डालने पर हमारी हथेली ठंडी क्यों हो जाती है?
उत्तर- एसीटोन/पेट्रोल या इत्र कम तापमान पर वाष्पीकृत हो जाते हैं। जब कोई एसीटोन/पेट्रोल या इत्र हथेली पर डालता है, तो इसके कण हथेली या उसके आस-पास से ऊर्जा प्राप्त कर लेते हैं तथा वाष्पीकृत हो जाते हैं, जिस से हथेली ठंडी हो जाती है।
7- कप की अपेक्षा प्लेट से हम गर्म दूध या चाय जल्दी क्यों पी लेते हैं?
उत्तर- प्लेट का सतह क्षेत्र कप की अपेक्षा अधिक होता है। सतही क्षेत्र बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर भी बढ़ जाती है जिस कारण गर्म दूध या चाय जल्दी ठंडी हो जाती है और उसे जल्दी पी लेते हैं।
8-गर्मियों में हमें किस तरह के कपड़े पहनने चाहिए?
उत्तर- गर्मियों में हमें सूती कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि यह पसीने का अच्छा अवशोषक होता है।सूती कपड़े में पसीना अवशोषित होकर वायुमंडल में आसानी से वाष्पीकृत हो जाता है। वाष्पीकरण की प्रसुप्त ऊष्मा के बराबर ऊष्मीय ऊर्जा हमारे शरीर से अवशोषित हो जाती है, जिससे शरीर शीतल हो जाता है।
9-निम्नलिखित में से कौन से पदार्थ हैं?
कुर्सी, वायु, स्नेह, ग़ंध, घृणा, बादाम, विचार, शीत, शीतल पेय, इत्र की सुगंध
उत्तर-
पदार्थ: कुर्सी, वायु, ग़ंध, बादाम, शीतल पेय तथा इत्र की सुगंध।
ब्याख्या: वैसा कोई भी वस्तु या कुछ भी जो हवा में स्थान घेरती है अर्थात उसका एक आयतन तथा द्रव्यमान हो, पदार्थ कहलाती है।
यहाँ कुर्सी, वायु, बादाम तथा शीतल पेय का आयतन तथा एक निश्चित द्रव्यमान है, अत: ये सभी पदार्थ हैं।
गंध या इत्र की सुगंध वायु में मिलने वाली सौगंधित कणों के कारण होता है, अर्थात सुगंधित कणों का भी एक द्रव्यमान तथा आयतन होगा, अत: गंध या इत्र भी पदार्थ की श्रेणी में रखे जाते हैं।
स्नेह, तथा विचार का कोई आयतन या द्रव्यमान नहीं होता है, चूँकि ये भाववाचक संज्ञा हैं, अर्थात इन्हें सिर्फ महसूस किया जा सकता है, अत: ये पदार्थ नहीं हैं।
10-किसी भी पदार्थ की अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर क्यों रहता है?
उत्तर :जब ठोस को द्रव में परिवर्तित करने के लिये गर्म किया जाता है, ठोस के पिघलना शुरू होने अर्थात गलनांक आने के बाद सारे द्रव के पिघलने तक तापमान स्थिर रहता है। ऐसा सिस्टम या बीकर को लगातार उष्मा प्रदान करने के बाबजूद भी होता है। इस क्रम में प्रदान की गई उष्मा ठोस को गलाने या पिघलाने में खर्च होती है। इस उष्मा को गुप्त ताप या प्रसुप्त ताप कहते हैं।
अर्थात किसी भी पदार्थ की अवस्था परिवर्तन के दौरान दिये गये उष्मा का उपयोग अवस्था परिवर्तन के लिये गुप्त ताप के रूप में होता है, जिस कारण से अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर रहता है।
1-पदार्थ की परिभाषा दीजिए।
पदार्थ की आम परिभाषा है कि ‘कुछ भी’ जिसका कुछ-न-कुछ वजन (Mass) हो और कुछ-न-कुछ ‘जगह घेरती’ (Volume) हो उसे पदार्थ कहते है। उद्धरण के तौर पर, एक कार जिसका वजन होता है और वह जगह भी घेरती है उसे पदार्थ कहेंगे।
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