दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका मेरी वेबसाइट पर स्वागत है आज में आपको बताऊंगा कि आप 12वीं के बाद ऐसे कौन से कोर्स है जो मेडिकल लाइन में आते हैं, जिनको करके आप अपनी जिंदगी बना सकते हैं।
हर कोई व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह पढ़ाई करके कोई ऐसा काम करें जिससे उसको ज्यादा पैसे मिले और वह एक महान इंसान भी बने तो मैं आपको ऐसे कुछ 12वीं के बाद के मेडिकल डिप्लोमा कोर्स बता रहा हूं जिनको करके आप पैसे तो कमाएंगे ही बल्कि अनुभव भी लेंगे।
12वीं के बाद टॉप 10 मेडिकल कोर्स
अगर अपने 12वीं पास कर ली है तो मैं आपको कुछ ऐसे मेडिकल डिप्लोमा कोर्स बताने जा रहा हूं जिसको करके आप अच्छे खासे पैसे कमाएंगे।
कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन
दोस्तो सबसे पहले मैं आपको बताना चाहूंगा कि कार्डियोलॉजिस्ट और कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन दोनों अलग-अलग चीजें होती है। जिसमे कार्डियोलॉजिस्ट एक स्पेशलिस्ट है जो कि एक सर्जन होता है तो सबसे पहले हम बात कर लेते हैं कार्डियोलॉजी टेक्निशियन के बारे में तो कार्डियोलॉजी टेक्निशियन बनने के लिए आपको 12वी साइंस पी.सी.बी से करना बहुत ही जरूरी है जिससे कि आप कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन बन सके और यह कार्डियोलॉजिस्ट सर्जन के अंडर में काम करता है।
तो अब बात करते हैं कार्डियोलॉजिस्ट यानी दिल का डॉक्टर जो आपके दिल से संबंधित बीमारियों को दूर करता है। कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको बहुत टाइम लगेगा तकरीबन 11 साल लग जाते हैं कार्डियोलॉजिस्ट बनने में। कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए आपको सबसे पहले 12th साइंस पी.सी.बी से करना पड़ेगा उसके बाद आपको 5 साल का MBBS कोर्स करना पड़ेगा फिर MBBS करने के बाद आपको MD करना पड़ेगा वो भी 3 साल का होता है फिर लास्ट में आपको MD कोर्स के बाद DM इन आर्कियोलॉजिस्ट कोर्स करना पड़ेगा वो भी 3 साल का होता है। तो कुल मिलाकर आपको 11 साल लग जाते हैं तब जाके आप एक कार्डियोलॉजिस्ट बन पाएंगे
एक बार जब आप कार्डियोलॉजिस्ट बन जाते हैं तो आपको जॉब लेने में भी काफी आसानी होती है और एक कार्डियोलॉजिस्ट की सैलरी भी काफी हाई होती है जो की स्टार्टिंग में एक लाख से डेढ़ लाख के बीच मिलती है जो बहुत ज्यादा है और एक कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन की सैलरी स्टार्ट में 15 हजार से 30 हजार के बीच होती है जो भी बहुत ज्यादा है।
हमारी दुनिया में दिल के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है इसलिए कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन की डिमांड भी बहुत ज्यादा हो रही है कार्डियोलॉजी टेक्नीशियन का प्राइवेट और गवर्नमेंट दोनों में बहुत ही डिमांड है।
ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन
ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन का काम ऑपरेशन करने वाले सर्जन की मदद करना होता है। ऑपरेशन थिएटर में ऑपरेशन करने वाले सर्जन के बाद दूसरा रोल ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन का ही होता है। ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन का काम बहुत ही हार्ड दिलवाले ही कर सकते हैं।
अगर आप 12वीं विज्ञान के बाद मेडिकल कोर्स करना चाहते हैं तो आप ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन का कोर्स कर सकते हैं जो कि 2 साल का होता है। ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन से संबंधित दो कोर्स होते हैं BOTT यानी बैचलर इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी और DOTT यानी डिप्लोमा इन ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी होता है।
मेडिकल क्षेत्र के ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन की नौकरी के लिए आप रेलवे, डिफेंस, गवर्मेंट और एम्स हॉस्पिटल में आसानी से जॉब कर सकते हैं इसके अलावा आप 2 या 3 हॉस्पिटल में अलग-अलग पार्ट टाइम जॉब कर सकते हैं इसमें आपको काफी अच्छी सैलरी भी मिलती है।
इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन
इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन का काम एंबुलेंस के साथ जाना होता है जो मरीज को एंबुलेंस में हॉस्पिटल पहुंचने तक उसकी देखरेख करता है या कहे तो जो मरीज को हॉस्पिटल तक पहुंचने में उसकी जान को खतरे से बचाता है। अगर कहीं एक्सीडेंट या कुछ मेडिकल इमरजेंसी होता है तो इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन का काम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
आप इमरजेंसी मेडिकल का कोर्स 12वीं के बाद कर सकते हैं अगर आपने विज्ञान से 12वीं की है तो आप इस कोर्स को कर सकते हैं और यह इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन का कोर्स 15 से 18 महीने का होता है।
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन
लैब टेक्नीशियन का काम डॉक्टर को बीमारी की रिपोर्ट देना होता है। आपने देखा होगा कि डॉक्टर के पास मरीज आता है उसको कोई भी बीमारी होती है तो डॉक्टर बीमारी का टेस्ट करवाने के लिए लिख देता है तो वह टेस्ट एक मेडिकल लैब टेक्नीशियन ही करता है।
आजकल नई-नई बीमारियां आ रही है डॉक्टर को बीमारियों की मर्ज ढूंढने के लिए टेस्ट का सहारा लेना पड़ता है जिससे कि उसे पता चल जाता है कि मरीज को कोनसी बीमारी है फिर उसके हिसाब से वह अपनी दवाई मरीज को दे सके।
मेडिकल लैब टेक्नीशियन का कोर्स आफ 12वीं के बाद कर सकते हैं जो कि 6 महीने से 1 साल तक का होता है। जिससे आप अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब या किसी डॉक्टर के अंतर्गत काम कर सकते हैं या प्राइवेट एंड गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में भी आप आसानी से काम कर सकते हैं इसमें आपको सैलरी भी काफी अच्छी मिलेगी।
x-ray टेक्निशियन
एक्स रे टेक्नीशियन की डिमांड बहुत हो रही है क्योंकि आजकल दुनिया में बहुत ज्यादा एक्सीडेंट और नई-नई बीमारियां पैदा हो रही है जिसके कारण डॉक्टर को मरीज एक्स-रे करवाना पड़ता है।
आप मेडिकल फील्ड में एक्स-रे टेक्नीशियन का कोर्स 12वीं के बाद कर सकते हैं अगर आपने 12वीं विज्ञान से की है तभी आप यह कोर्स कर पाएंगे। एक्स रे टेक्नीशियन का कोर्स 1 साल का होता है। एक्स रे टेक्नीशियन का कोर्स डिग्री 3 साल, डिप्लोमा 2 साल, सर्टिफिकेट 1 साल का लिए होता है।
अगर आपने यह कोर्स 1 साल का किया है तो आप यह गवर्नमेंट हॉस्पिटल या प्राइवेट हॉस्पिटल में कर सकते हैं पर आप अपना खुद का लैब खोलना चाहते हैं तो आपको डिग्री करना ही सही रहेगा।
डायलिसिस टेक्नीशियन
मरीज की किडनी फेल हो जाने पर उसके शरीर के अंदर विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं तो इसे दूर करने के लिए डायलिसिस टेक्निशियन की जरूरत पड़ती है और डायलिसिस टेक्निशियन आपकी देखभाल भी करता है।
डायलिसिस टेक्निशियन का कोर्स 1 साल का होता है और इस मेडिकल फील्ड के कोर्स को करने के लिए आपको 12वीं पास विज्ञान से होना चाहिए। यह कोर्स करके आप आसानी से गवर्नमेंट या प्राइवेट हॉस्पिटल में जॉब कर सकते हैं और काफी अच्छे पैसे भी कमा सकते हैं।
विजन टेक्नीशियन
विजन टेक्नीशियन का काम आपकी दूर की और पास की नजर को सही करना होता है। आजकल लोग ज्यादा फोन चला रहे हैं जिससे कि उनकी आंखों पर असर पड़ रहा है तो उन्हें विजन टेक्नीशियन की जरूरत पड़ रही है इस क्षेत्र में विजन टेक्नीशियन का बहुत बड़ा स्कोप है अगर आप चाहे तो इस जॉब को आसानी से पा सकते हैं। विजन टेक्नीशियन के मेडिकल कोर्स को आप 12वीं के बाद आसानी से कर सकते हैं।
अब बात करें इसकी जॉब की तो आप प्राइवेट, गवर्नमेंट, डिफेंस या तो रेलवे हॉस्पिटल में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं या तो अपना खुद का क्लीनिक खोलकर भी अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
डायबिटीज एजुकेटर
डायबिटीज एजुकेटर का काम मरीज की डायबिटीज की प्रॉपर रिपोर्ट बनाकर डॉक्टर को देना होता है। डायबिटीज मेडिकल फील्ड का कोर्स आप 12वीं के बाद कोई भी सब्जेक्ट से कर सकते हैं।
फ्लेबोटमी टेक्नीशियन
फ्लेबोटमी टेक्नीशियन जिसे फ्लेबोटमिस्ट के नाम से भी जाना जाता है जिसका काम मरीज का ब्लड कलेक्शन करने और उसे इस बात की अच्छी नॉलेज होती है कि किस मरीज की कौन सी जांच होनी है और उसके लिए मरीज का कितना ब्लड उसे लेना है। फ्लेबोटमी टेक्नीशियन को यह भी जानकारी होती है कि ब्लड को किस वाइल में रखना है और किस वाइल में शेक करना है। फ्लेबोटमी टेक्नीशियन मेडिकल क्षेत्र के कोर्स को आप आसानी से 12वीं के बाद और 1 साल के भीतर ही कर सकते हैं।
रेडियोलॉजिस्ट
आप मेडिकल क्षेत्र के रेडियोलॉजी का कोर्स 12वीं के बाद आसानी से कर सकते हैं रेडियोलॉजिस्ट का काम मरीज के अंदरूनी अंगों को जांच कर उसकी बीमारी का पता लगाना होता है कि उसे कौन सी बीमारी है इस जॉब में भी काफी अच्छी सैलरी है।
अंतिम निष्कर्ष– आज मैंने आपको ऐसे कोर्स बताएं हैं जो आप 12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में आसानी से पा सकते हैं और काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। अगर आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आती है तो इसे अपनों में शेयर करें और मेरा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन करें जिससे कि आपको एजुकेशन से संबंधित जानकारी तुरंत प्राप्त हो सके जी धन्यवाद।