साझेदारी के गुण तथा दोष बताइए।
साझेदारी (Partnership) – व्यवसायिक संगठनों के क्रमिक विकास में साझेदारी संगठन द्वितीय प्रारुप है। अधिक पूंजी अधिक नियंत्रण, अधिक विशिष्टीकरण तथा श्रम विभाजन की आवश्यकता ने प्रकल स्वामित्व […]
साझेदारी (Partnership) – व्यवसायिक संगठनों के क्रमिक विकास में साझेदारी संगठन द्वितीय प्रारुप है। अधिक पूंजी अधिक नियंत्रण, अधिक विशिष्टीकरण तथा श्रम विभाजन की आवश्यकता ने प्रकल स्वामित्व […]
वैश्विक ताप वृद्धि – औद्योगिकीकरण की बढ़ती प्रक्रिया के कारण वायुमण्डल में कार्बन-डाईऑक्साइड की मात्रा बढ़ी है, जिसने हरित गृह प्रभाव को जन्म दिया है। पृथ्वी पर पाई […]
मृदा अपरदन की परिभाषा- मृदा अपरदन प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली एक भौतिक प्रक्रिया है जिसमें मुख्यत: जल एवं वायु जैसे प्राकृतिक भौतिक बलों द्वारा भूमि की […]
संघवाद – संघवाद संवैधानिक राज संचालन की उस प्रवृत्ति का प्रारूप है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न राज्य एक संविदा द्वारा एक संघ की स्थापना करते हैं। इस संविदा के […]
केंद्रीकरण के गुण- प्रशासन में एकरूपता – केन्द्रीय व्यवस्था में सम्पूर्ण देश में सामान्य नीतियों व सिद्धान्तों के अनुसार कार्य किया जाता है। इस प्रकार कार्य का सम्पादन […]
Annelida क्या है- एनेलिडा, राज्य एनिमिया के एक समुदाय को संदर्भित करता है, जिसमें शरीर के लम्बी रूपों के साथ में खंडित कीड़े होते हैं। अब तक एनालाइड्स […]
जीवों के वर्गीकरण से लाभ या महत्त्व के वर्गीकरण से निम्नलिखित लाभ हैं- अध्ययन में सहायक – किसी वर्ग या संघ के एक जीवधारी का अध्ययन कर लेने […]
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न उत्तर- प्रश्न 1. थोड्ला के पहले के आखिरी गाँव पहुँचने पर भिखमंगे के वेश में होने के बावजूद लेखक को ठहरने के लिए उचित स्थान […]
जब भी कभी एक ठोस वस्तु को दूसरे ठोस वस्तु पर या किसी शुष्क सतह पर सरकाने या चलाने का प्रयास किया जाता है तो दोनों सतहों के […]
पारिस्थितिकी तंत्र- किसी भी कार्य को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पर्यावरण में हमें पेड़ पौधों से सभी प्रकार के प्राकृतिक अवयव जैसे कि जल, […]
बायोगैस एक ज्वलनशील गैसीय मिश्रण है। मिश्रण में मुख्यताया मीथेन तथा CO, होती हैं। इस गैस के उत्पादन में पशुओं तथा मनुष्यों के मल मूत्र का उपयोग होता […]
लिखित सम्प्रेषण लिखकर किया जाता है। लिखित सम्प्रेषण के लिए आवश्यक है कि लिखे गए संदेश में साधारण एवं सरल भाषा का उपयोग करना चाहिए ताकि सम्प्रेषण प्रभावी […]