
आर्की बैक्टीरिया किसे कहते हैं
हेलो दोस्तों आपका स्वागत है हमारी वेबसाइट में और मेरा नाम है भूपेंद्र आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे आर्की बैक्टीरिया क्या है अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगता है। तो हमारे ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर जा सकते हैं।
आर्की बैक्टीरिया
इसके सदस्य पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्रथम जीव हैं। इसकी कोशिका झिल्ली में लिपिड की शाखाएं मिलती है। जो इन्हें प्रतिकूल वातावरण से सुरक्षित रखते हैं। यह अत्यंत कठिन परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं।आर्की बैक्टीरिया को मुख्य रूप से तीन समूह में विभाजित किया गया है।
- मिथेनोजन
- हेलोफिल्स
- थर्मोएसिडोफिल्स
मिथेनोजन-
यह दलदली क्षेत्र में पाए जाने वाले अनावसी जीवन है। यह वातावरण उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड तथा फ्यूमेरिक अम्ल से मेथेन गैस उत्पन्न करते हैं। यह जीवाणु कुछ जंतुओं के रूमेन में सहजीवी के रूप में पाए जाते हैं।
उदाहरण- Methanococus एक जीवाणु है जो यह मिथेनोजन का निर्माण करता है।
हेलोफिल्स-
यह अतिलवणीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
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उदाहरण- Halococus
थर्मोएसिडोफिल्स-
यह गरम गंदक युक्त झरनो में पाए जाते हैं। यहां का तापमान 80 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है।
उदाहरण- Thermorlasma
1.आर्की बैक्टीरिया के तीन समूह के नाम बताइए।
1.मिथेनोजन
2.हेलोफिल्स
3.थर्मोएसिडोफिल्स
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