द्विखंडन
- यह क्रिया अनुकूल परिस्थितियों में होती है।
- इसमें केंद्रक दो पुत्री केंद्र को मैं विभाजित होता है।
- इसमें केंद्रक विभाजन साथ साथ कोसा द्रव्य का बटवारा हो जाता है। सामान्यतया खांच विधि होता है।
- एक कोशिकीय जीव से दो संतति जीव बनते हैं।
उदाहरण– अमीबा।
बहुखंडन
- यह क्रिया सामान्यतया प्रतिकूल परिस्थितियों में होती है।
- इसमें केंद्रक अनेक संतति केंद्र को में बट जाता है।
- इसमें केंद्र को का विभाजन पूर्ण होने के पश्चात प्रत्येक पुत्री केंद्रक के चारों और थोड़ा थोड़ा कोसा द्रव्य एकत्र हो जाता है।
- इसमें एक कोशिकीय जीव से अनेक संतति जीव विभाजन बनते हैं।
उदाहरण-प्लाज्मोडियम
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