ग्रेफाइट क्या है?
ग्रेफाइट कार्बन का शुद्धतम एवं स्थाई अतृप्त है इसकी संनरखना षट्फलकीय इसमें कार्बन प्रमाण कार्बन के तीन अन्य प़ प्रसानू के आवंधित होते हैं जिसे सेट कोनी कार्बन परमाणु से दूसरे कार्बन परमाणु तक घूम रुकता है इसलिए सुचालक होता है।

ग्रेफाइट के गुण
- ग्रेफाइट, काले रंग का अपार दर्शक तथा चमकदार पदार्थ होता है।
- ग्रेफाइट, मुलायम तथा परतदार होता है जो स्पर्श करने पर साबुन जैसा चिकना प्रतीत होता है।
- ग्रेफाइट, हीरे से बहुत हल्का होता है। ग्रेफाइट का विशिष्ट घनत्व 2.3 है।
- ग्रेफाइट, ऊष्मा तथा विद्युत का सुचालक है।
- ग्रेफाइट कागज पर काला निशान बना देता है। इसी कारण ग्रेफाइट को काला शीशा भी कहते हैं।
- जब ग्रेफाइट को कुछ उत्प्रेरकों की उपस्थिति में अत्याधिक उच्च दाव पर गर्म किया जाता है तो वह हीरे में परिवर्तित हो जाता है।
ग्रेफाइट के उपयोग
- ग्रेफाइट का उपयोग शुष्क सेलो तथा विद्युत आर्क मैं इलेक्ट्रोड के रूप में होता है।ग्रेफाइट का उपयोग उनकी इस कोण पर आधारित है कि ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक है।
- ग्रेफाइट का उपयोग काले रंग के पेंट बनाने में होता है।
- ग्रेफाइट चूर्ण, भारी मशीनों में स्नेहक के रूप में उपयोग किया जाता है जहां पर उच्च ताप के कारण अन्य स्नेहक अनुपयुक्त होते हैं।ग्रेफाइट का स्नेहक के रूप में जाओ उपयोग उसके मुलायम तथा चिकना होने के कारण है
- ग्रेफाइट का उपयोग पेंसिल के सिक्के बनाने के लिए किया जाता है जिन्हें पेंसिल लेड कहते हैं।ग्रेफाइट का यह उपयोग किस गुण पर आधारित है कि वह काला तथा मुलायम होने के कारण, कागज पर काली लाइने लगा देता है।
1. ग्रेफाइट किसे कहते हैं?
ग्रेफाइट कार्बन का शुद्धतम एवं स्थाई अतृप्त है इसकी संनरखना षट्फलकीय इसमें कार्बन प्रमाण कार्बन के तीन अन्य प़ प्रसानू के आवंधित होते हैं जिसे सेट कोनी कार्बन परमाणु से दूसरे कार्बन परमाणु तक घूम रुकता है इसलिए सुचालक होता है।
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