जनसंख्या महत्त्वपूर्ण मानवीय संसाधन है। जनसंख्या का वह भाग जो गुणवत्ता ( शिक्षा एवं श्रम ) के आधार पर आर्थिक विकास में योगदान देता है, मानव संसाधन कहलाता है। मानव संसाधन को समस्त प्राकृतिक संसाधनों का उपभोगकर्ता तथा नियन्त्रक माना जाता है।

जनसंख्या का अध्ययन –
जनसंख्या के अध्ययन से मानव संसाधन की पहचान होती है तथा जनसंख्या की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का आकलन करके विकास सम्बन्धी नीतियों का निर्धारण किया जाता है और योजनाएँ बनाई जाती हैं।
इतना ही नहीं, जनसंख्या अध्ययन से हमें देश में जनसंख्या घनत्व, व्यावसायिक संरचना , आयु संरचना , सामाजिक संरचना ( जाति, धर्म, संरक्षण आदि ) के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध होती है। इसी के अध्ययन से देश में समस्त विकास योजनाओं का लक्ष्य निर्धारित कर विकास को गति प्रदान की जाती है।
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