मृदा अपरदन की परिभाषा-
मृदा अपरदन प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली एक भौतिक प्रक्रिया है जिसमें मुख्यत: जल एवं वायु जैसे प्राकृतिक भौतिक बलों द्वारा भूमि की ऊपरी मृदा के कणों को अलग कर बहा ले जाना सम्मिलित है। यह सभी प्रकार की भू-आकृतियों को प्रभावित करता है।

मिट्टी के कटाव से होने वाली हानियां-
- भूमि का अनुपजाऊ हो जाना –मिट्टी के कटाव से भूमि ऊबड़-खाबड़ तथा अनुपजाऊ बन जाती है।
- बाढ़ का प्रकोप – भूमि के उपजाऊ तत्त्व नष्ट हो जाने के कारण वहाँ पर कोई वनस्पति नहीं होती, जिससे भूमि का और अधिक कटाव होने लगता है तथा बाढ़ आने लगती हैं
- नदियों के मार्ग में परिवर्तन – कटाव से नदियों के तल में मिट्टी या रेत जमा हो जाता है जिससे नदियों का मार्ग बदल जाता है।
- कृषि उत्पादन में कमी – मिट्टी के कटाव से भूमि ऊबड़-खाबड़ हो जाती है, जिससे कृषि योग्य भूमि की मात्रा कम हो जाती है फलस्वरूप कृषि उत्पादन घट जाता है।
- सिंचाई में कठिनाई – नदियों व नालों की सतह नीची हो जाने से सिंचाई में कठिनाई होती है।
- सिंचाई में कठिनाई – नदियों व नालों की सतह नीची हो जाने से सिंचाई में कठिनाई होती है।
- परिवहन में कठिनाई – भूमि कटाव से नदियों के तल में मिट्टी या रेत के जम जाने तथा नदियों द्वारा मार्ग-परिवर्तन से परिवहन कार्य में कठिनाइयाँ उत्पन्न हो जाती हैं।
read more – पारिस्थितिक तंत्र की कार्यप्रणाली।
प्रश्न ओर अत्तर (FAQ)
मृदा अपरदन की परिभाषा बताइए।
मृदा अपरदन प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली एक भौतिक प्रक्रिया है जिसमें मुख्यत: जल एवं वायु जैसे प्राकृतिक भौतिक बलों द्वारा भूमि की ऊपरी मृदा के कणों को अलग कर बहा ले जाना सम्मिलित है।