सरल और जटिल ऊतक के बीच अंतर?
सरल ऊतक-
- इनका निर्माण एक ही प्रकार की कोशिकाओं से होता है। जैसे – मृदूतक, स्थूलकोण ऊतक और दृढ़ ऊतक (स्क्लेरेनकाइमा)।
- सरल ऊतक आधारीय पैंकिग पदार्थ के रूप में, जल एवं भोजन संचय करने और यान्त्रिक सहायता प्रदान करने का कार्य करता है।
जटिल ऊतक-
- इनका निर्माण एक से अधिक प्रकार की कोशिकाओं के मिलने से होता है। सभी कोशिकाएँ एक ही कार्य सम्पन्न करती हैं। जैसे – जाइलम फ्लोएम।
- जटिल ऊतक संवहन ऊतक का कार्य करता है। पौधे को यान्त्रिक दृढ़ता प्रदान करता है।
प्रश्न ओर उत्तर (FAQ)
सरल ऊतक के कितने प्रकार हैं?
सरल ऊतकों के कितने प्रकार हैं। (i) मृदूतक, (ii) स्थूलकोण एवं (iii) दृढ़ ऊतक।
सरल उत्तक क्या है?
यह ऊतक तने में, संवहन बंडल के जाता है, जिसके कारण प्रकाश संश्लेषण की क्रिया समीप, पत्तों की शिराओं में तथा बीजों और फलों के संपन्न होती है।
read more – दैनिक जीवन में रसायन।
इन्हें भी पढ़ें:- स्वपोषी तथा विषमपोषी में अंतर क्या है।
mere questions ka answer kyo nahi de rhe ho tum log
सर आप अपना सवाल hubstd.org वेबसाईट पर पूछे आपको तुरंत इसका उत्तर मिलेगा