
शिल्प उत्पादन क्या है? और भारतीय शिल्पकला के प्रकार
craft production in hindi: मेरी वेबसाइट पर आपका स्वागत है, इस लेख में आपको शिल्प उत्पादन क्या है? और भारतीय शिल्पकला के प्रकार के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। आप इस जानकारी को पाना चाहते हैं, तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए।
शिल्प उत्पादन क्या है?
मोहनजोदड़ो क्षेत्र के 125 हेक्टेयर में 7 हेक्टेयर की बहुत छोटी सी चन्हूदड़ो बस्ती थी, जिसमें सिर्फ शिल्प उत्पादन का कार्य ही किया जाता था। चन्हूदड़ो बस्ती में मनके बनाना, शंख की कटाई, धातुकर्म, मुहर निर्माण और बाट बनाया जाता था।
भारतीय शिल्पकला के प्रकार
भारतीय शिल्पकला कई प्रकार में पाई जाती है, जैसे- रेशा एवं कालीन शिल्प, चर्म शिल्प, धातु शिल्प, मृत्तिका शिल्प मूर्ति शिल्प और काष्ठ शिल्प भारतीय शिल्पकला है।
हस्तशिल्प कला के प्रकार
भारतीय हस्तशिल्प को तीन श्रेणियों में बांटा गया है, जैसे- वाणिज्यिक शिल्प, लोक शिल्प और आध्यात्मिक शिल्प। बाजार की मांग के अनुसार वाणिज्यिक शिल्प में संशोधन किया जाता है।
इन्हें भी पढ़ें:-फ्रांसीसी क्रांति-
मनके बनाने का तरीका
मनके के निर्माण में कार्नीलियन सुंदर लाल रंग, स्फटिक जैस्फर, क्वार्ट्ज तथा सेलखड़ी जैसे पत्थर, तांबा, कांसा तथा सोने जैसी धातुओं, शंख, फयोन्स और पक्की मिट्टी इन सभी का उपयोग करके मनके बनाए जाते थे।
मनके का आकार
कुछ मनके जो दो या उससे अधिक पत्थरों को आपस में जोड़कर बनाए जाते थे और कुछ सोने के टोप वाले पत्थर के होते थे। मनके कई आकार के होते हैं जैसे- बेलनाकार, ढोलाकार, गोलाकार, चक्राकार तथा खंडित आकार के मनके बनाये जाते थे।
ईंट, मनके तथा अस्थियां
सेलखड़ी जो कि एक मुलायम पदार्थ है, उससे मनके बनाना बहुत ही आसान हो जाता था। कुछ मनके सेलखड़ी चूर्ण के लेप को साँचे में ढालकर तैयार किए जाते थे। जिसमें ठोस पत्थर के मनके ज्यामितीय आकार के ही बनाए जाते थे।
इन्हें भी पढ़ें:-हड़प्पा सभ्यता की ईंट मनके तथा अस्थियाँ 12th, History
सेलखड़ी के सूक्ष्म मनके कैसे बनाए जाते थे, यह प्रश्न आज भी पुरातत्वविदों के लिए एक रहस्य बना हुआ है। पुरातत्वविदों द्वारा किए गए प्रयोगों ने यह दर्शाया है कि कार्नीलियन का लाल रंग, पीले रंग के कच्चे माल तथा उत्पादन के विभिन्न चरणों के द्वारा से मनकों को आग में पका कर प्राप्त किया जाता था।
- Read More– मोहनजोदड़ो सभ्यता क्या है? इसके इतिहास के बारे में जानकारी
- Read More– हड़प्पा सभ्यता क्या है? तथा प्रमुख विशेषता व इसकी खोज
शिल्प उत्पादन केंद्रों की पहचान
पुरातत्वविदों द्वारा शिल्प उत्पादन केंद्रों की पहचान करने के लिए तांबा अयस्क जैसा कच्चा माल, पूरे शंख, औजार, अपूर्ण वस्तुएं, कूड़ा करकट तथा त्याग दिया गया माल आदि वजहे पुरातत्वविदों द्वारा शिल्प उत्पादन केंद्रों की पहचान करने के लिए अपनायी जाती है।
मनके बनाने के कारखाने
सिंधु घाटी के मनके बनाने के कारखाने हड़प्पा, लोथल, रंगपुर, चन्हूदड़ो में मनके बनाने के कारखाने थे। पुरातत्वविदों के अनुसार इन कारखानों में भारी मात्रा में मनके बनाए जाते थे।
इन्हें भी पढ़ें:-मोहनजोदड़ो सभ्यता क्या है? इसके इतिहास के बारे में जानकारी
शिल्पकला क्या होता है?
शिल्प कला उसे को कहते हैं, जिसमें शिल्पकार अपने हाथों के द्वारा रेशा एवं कालीन शिल्प, चर्म शिल्प, धातु शिल्प, मृत्तिका शिल्प, मूर्ति शिल्प और काष्ठ शिल्प का निर्माण करता है।
शिल्पकला की परिभाषा क्या है?
शिल्प कला वह काम होता है जिसमें कारीगर अपने हाथों से मिट्टी, पत्थर व धातुओं की मूर्तियां बनाता है। मिट्टी, पत्थर और धातु से मूर्तियां बनाने वाले कारीगर को शिल्पकार कहते हैं।
शिल्प उद्योग क्या है?
शिल्प उद्योग में कारीगर अपने हाथों से मिट्टी, पत्थर और धातुओं के द्वारा काफी मेहनत करके बहुत ही छोटी व बड़ी मूर्तियों का निर्माण करता है।
इन्हें भी पढ़ें:-हड़प्पा सभ्यता क्या है? तथा प्रमुख विशेषता व इसकी खोज
धातु शिल्प क्या है?
धातु शिल्प का काम बहुत ही प्राचीन काल से किया जा रहा है, इसमें धातुओं के द्वारा धातु शिल्प का निर्माण किया जाता है।
छिपा शिल्प कहा प्रसिद्ध है?
छिपा शिल्प में राष्ट्रीय स्तर पर कई कलाकारों को सम्मानित किया जा चुका है तथा उज्जैन छिपा शिल्प भेरूगढ़ के नाम से देश और विदेश में काफी प्रसिद्ध है।
शिल्पकार किसे कहते हैं?
मिट्टी, पत्थर और धातुओं के द्वारा काफी मेहनत के बाद शिल्प निर्माण करने वाले कारीगर को शिल्पकार कहते हैं।
इन्हें भी पढ़ें:-प्राचीन सत्ता क्या है? What is ancient power in hindi
मृण शिल्प कला क्या है?
मृण शिल्प कला में कुम्हार मिट्टी के द्वारा मिट्टी के बर्तन और मूर्तियां आदि बनाता है, उसे मृण शिल्प कला कहते हैं।
शिक्षा में शिल्प कला का महत्व क्या है?
शिल्प कला के द्वारा आज की पीढ़ी को पुराने जमाने की पीढ़ी के कामों और उनके द्वारा बनाई जाने वाले शिल्प व अन्य वस्तुओं को शिक्षा के माध्यम से रूबरू करवाना है।
शिल्प कला का महत्व क्या है?
शिल्प कला महत्व के बारे में आज की पीढ़ियां काफी कम जानती है। इसलिए आज की पीढ़ी को भारतीय शिल्प कला उत्पादन के महत्व के बारे में जागरूक करना जरूरी है।
conclusion– मैंने आपको इस पोस्ट के माध्यम से शिल्प उत्पादन क्या है? और भारतीय शिल्पकला के प्रकार के बारे में जानकारी दी है, मुझे उम्मीद है कि आपको मेरे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और कमेंट में जरूर बताएं।
इस पोस्ट में आपके द्वारा खोजी गई जानकारी अगर आपको नहीं मिलती है, तो आप कमेंट में वह प्रश्न कर दीजिए हम आपको जरूर वह जानकारी उपलब्ध करवा देंगे जी धन्यवाद।
Recommended Post
-
फ्रांसीसी क्रांति-
-
हड़प्पा सभ्यता की ईंट मनके तथा अस्थियाँ 12th, History
-
हमारे आस पास के पदार्थ-
-
हड़प्पा सभ्यता क्या है? तथा प्रमुख विशेषता व इसकी खोज
-
प्राचीन सत्ता क्या है? What is ancient power in hindi
-
कच्चा माल प्राप्त करने संबंधी नीतियां क्या है? 12th History
-
मोहनजोदड़ो सभ्यता क्या है? इसके इतिहास के बारे में जानकारी
शिल्प कला की भेद