तंत्रिका तंत्र के बारे में
मानव शरीर का वह तंत्र जो सोचने, समझने तथा किसी चीज को याद रखने के साथ ही शरीर के विभिन्न अंगों के कार्यों में सामंजस्य तथा संतुलन स्थापित करने का कार्य करता है, तंत्रिका तंत्र कहलाता है। तंत्रिका तंत्र संवेदी अंगों, तंत्रिकाओं, मस्तिष्क, मेरुरज्जु एवं तंत्रिका कोशिकाओं का बना होता है। तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वय का कार्य मुख्यतया मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु के द्वारा किया जाता है।

तंत्रिका तंत्र के कार्य
- प्राणियों में तंत्रिका तंत्र शरीर के विभिन्न जैविक क्रियाओं में समन्वयन तथा नियंत्रण का कार्य करता है।
- तंत्रिका तंत्र का मुख्य भाग मस्तिष्क होता है। प्रमस्तिष्क सोचने समझने समृति चेतना तर्कशक्ति सीखने आदि की क्षमता प्रदान करता है।
- यह अनैतिक क्रियाओं का सौदा संचालन कर्ता रहता है। जैसे श्वास लेना, हृदय स्पंद, उत्सर्जन, पाचन आदि।
- यह प्रतिवर्ती क्रियाओं का स्वत संचालन करता है। प्राणी को परिस्थिति का ज्ञान होने से पहले ही प्रतिक्रिया हो जाती है।
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