व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच गहरा सम्बन्ध पाया जाता है। व्यवसायों को मुख्य रूप से तीन वर्गों में विभाजित किया जाता है – प्राथमिक , द्वितीयक एवं तृतीयक।

इन तीनों व्यवसायों में लगे लोगों की संख्या के आधार पर ही आज विश्व को विकसित एवं विकासशील देशों के समूह में रखा जाता है, क्योंकि-
- यदि किसी देश के अधिकतर लोग प्राथमिक क्रियाकलापों में कार्यरत हैं तो वह देश ‘ विकासशील देश ‘ कहलाता हैं।
- यदि किसी देश में अधिकतर लोग द्वितीयक एवं तृतीयक क्रियाकलापों में कार्यरत हैं तो वह देश ‘ विकसित देश ‘ कहलाता है।
हमारे देश की अर्थव्यवस्था अभी विकासशील है, क्योंकि देश की लगभग 64 % जनसंख्या प्राथमिक क्रियाकलापों ( कृषि , वानिकी , पशुपालन आदि ) से अपनी जीविका चलाती है।
इसके विपरीत अमेरिका , ब्रिटेन , फ्रांस , जापान आदि देशों की अर्थव्यवस्था विकसित है क्योंकि इन देशों की अधिकांश जनसंख्या – विनिर्माण उद्योग , वाणिज्य , संचार , परिवहन आदि द्वितीयक एवं तृतीयक क्रियाकलापों से अपनी जीविका चलाती है। अत : व्यावसायिक संरचना और विकास में घनिष्ठ सम्बन्ध पाया जाता है।
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