class 10 atmakatha question answer | आत्मकथ्य पाठ के प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1. कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है? उत्तर: आत्मकथा लिखने के लिए अपने मन कि दुर्बलताओं, कमियों का उल्लेख करना पड़ता है। कवि स्वयं को इतना सामान्य मानता है कि आत्मकथा लिखकर वह खुद को विशेष नहीं बनाना चाहता है, कवि अपने व्यक्तिगत अनुभवों को दुनिया के समक्ष व्यक्त नहीं करना चाहता। […]

लखनवी अंदाज पाठ के प्रश्न उत्तर Class 10th | कक्षा 10 हिंदी पाठ 12 के प्रश्न उत्तर (यशपाल)

लेखक की गाड़ी छूट रही थी। लेखक जरा दौड़कर सेकण्ड क्लास के एक डिब्बे में बैठे डिब्बे में पहले से ही एक भद्र से दिखाई देनेवाले लखनऊ के नवाब साहब बैठे थे। लेखक के अचानक डिब्बे में आ जाने से उन भद्र सज्जन की आँखों में एकान्त चिन्तन में विघ्न का मन्तोष दिखाई देने लगा। नवाब साहब ने लेखक से मेल-जोल बढ़ाने अथवा संवाद स्थापित करने जरा भी रुचि न दिखाई। इससे लेखक को लगा कि नवाब साहब उससे बातचीत करने का तनिक भी उत्सुक नहीं है।

हीरा मोती दो बैलों की कहानी।

झूरी के पास हीरा और मोती नामक बैलों का एक जोड़ा था। वे लम्बे, सुन्दर और मेहनती जानवर थे। हीरा और मोती बहुत अच्छे दोस्त थे। वे दोनों बहुत अलग थे, जैसे सबसे अच्छे दोस्त अक्सर होते हैं। मोती काफी आक्रामक और गर्म स्वभाव का था जबकि हीरा सहिष्णु और बुद्धिमान था। उन्होंने एक साथ […]

स्वयं प्रकाश जी का उपन्यास है? swayam prakash ji ka janm

स्वयं प्रकाश जी मुख्यतः हिन्दी कहानीलेखक के रूप में प्रसिद्ध थे। swayam prakash ji की कहानी के अतिरिक्त भी उन्होंने उपन्यास, प्रकाशित कृतियाँ, निबन्ध, नाटक तथा अन्य विधाओं को भी अपनी लेखनी से समृद्ध किया है। वे हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में साठोत्तरी पीढ़ी के बाद के जनता को महत्व देने वाला लेखन से सम्बद्ध […]

सूचना प्रौद्योगिकी पर निबंध

विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी ( प्रस्तावना )- वर्तमान युग को ‘ सूचना प्रौद्योगिकी ( तकनीक ) का युग ‘ के नाम से भी जाना जाता है । आज सूचना प्रौद्योगिकी का व्यावसायिक तथा सामाजिक आवश्यकता की दृष्टि से विशेष महत्त्व है इसकी सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर तथा कम – से – […]

योगासन और स्वास्थ्य पर निबंध

योगासन का अर्थ- योगासन शब्द ‘योग’ तथा ‘आसन’ शब्दों से मिलकर बना है। ‘शक्ति और अवस्था’ को योगासन कहते हैं । महर्षि पतंजलि ने ‘योग‘ की परिभाषा देते हुए लिखा है , “अपने चित्त ( मन ) की वृत्तियों पर नियन्त्रण करना ही योग है।” ‘आसन’ का अर्थ है ‘ किसी एक अवस्था में स्थिर […]

देवभूमि उत्तराखंड पर निबंध (uttarakhand tourism par nibandh)

प्रस्तावना – देवों के देव महादेव की निवास – भूमि कैलाश को अपनी गोद में संजोए पर्वतराज हिमालय की उपात्यकाओं में स्थित उत्तराखण्ड राज्य को प्रकृति के अलौकिक सौन्दर्य का वरदान मिला है । हिमालय को जहाँ देवी पार्वती का पिता कहा जाता है , वहीं यह देवताओं की सर्वाधिक रमणीय भूमि के रूप में […]

ललद्यद का जीवन परिचय-

ललद्यद कश्मीरी भाषा की प्रसिद्ध कवित्री रही है। उनका नाम आधुनिक कश्मीरी भाषा के उन्नायको मैं अग्रणी माना जाता है। जीवन परिचय- लोकप्रिय संत कवित्री ललद्यद का जन्म सन 1320 ईस्वी के लगभग कश्मीर स्थित पाम्पोर के सिमपुरा गांव में हुआ था। उन्हें लला, लल्लेश्वरी आदि नामों से भी जाना जाता था। वे जाति और […]

रसखान का जीवन परिचय- Raskhan ka Jeevan Parichay

जीवन परिचय- कृष्ण भक्त कवि रसखान का मूल नाम सैयद इब्राहिम था। उनका जन्म राजवंश से संबंधित एक पठान परिवार में दिल्ली में सन 1548 ईस्वी में हुआ था। इस्लाम धर्मावलंबी होते हुए भी रसखान जीवन भर कृष्ण की प्रेमा भक्ति में रसमग्न रहे। कृष्ण ने उनकी अन्य भक्ति देखकर गोस्वामी विट्ठलनाथजी ने उन्हें अपना […]

अनुशासन पर निबंध हिंदी में।

संकेत बिंदु – (1) अनुशासन: अर्थ और महत्व (2) अनुशासन की प्रथम पाठशाला : परिवार (3) अनुशासन एक महत्वपूर्ण जीवन मूल्य (4) व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में अनुशासन का महत्व। अनुशासन : अर्थ और महत्व- ‘अनुशासन’ शब्द का व्युत्पत्तिपरक अर्थ है ‘अनु’ अर्थात ‘पीछे’ या ‘पीछा करना’ तथा ‘शासन’ का अर्थ है ‘व्यवस्था के साथ’ […]

महादेवी वर्मा का जीवन परिचय।

महादेवी वर्मा- हिंदी साहित्य के छायावादी युग के साहित्य कर्मियों में महादेवी वर्मा का स्थान अविस्मरणीय है। उनकी वेदना भरी कविताओं के कारण उन्हें ‘आधुनिक युग की मीरा ‘ कहा जाता है। जीवन परिचय- महादेवी वर्मा का जन्म सन 1907 में उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद नगर में हुआ था। प्रयाग विश्वविद्यालय से उन्होंने संस्कृत में […]