हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको डायमंड के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
डायमंड के बारे में
हीरा एक पारदर्शी रत्न है। यह रासायनिक रूप से कार्बन का शुद्धतम रूप है। हीरा में प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सह-संयोजी बन्ध द्वारा जुड़ा रहता है। कार्बन परमाणुओं के बाहरी कक्ष में उपस्थित सभी चारों इलेक्ट्रान सह-संयोजी बन्ध में भाग ले लेते हैं तथा एक भी इलेक्ट्रान संवतंत्र नहीं होता है।
इसलिए हीरा ऊष्मा तथा विद्युत का कुचालन होता है। हीरा में सभी कार्बन परमाणु बहुत ही शक्तिशाली सह-संयोजी बन्ध द्वारा जुड़े होते हैं, इसलिए यह बहुत कठोर होता है। हीरा प्राक्रतिक पदार्थो में सबसे कठोर पदार्थ है इसकी कठोरता के कारण इसका प्रयोग कई उद्योगो तथा आभूषणों में किया जाता है।
डायमंड के गुण
- डायमंड पारदर्शी, चमकदार, रंगहीन अथवा रंगीन होते हैं। इनका रंग अशुद्धियों की उपस्थिति के कारण होता है। ब्लैक डायमंड में डिसाइड के अंश होते हैं।
- यह सभी ज्ञात पदार्थों में कठोरतम पदार्थ है।
- यह कार्बन का सघन तम रूप है।
- डायमंड प्रकाश में चमकता है।
- यह वाई जल अम्लो तथा क्षारों के प्रति स्थाई होता है।
- यह 90 डिग्री सेल्सियस पर हवाई में जलकर कार्बन डाइऑक्साइड देता है।