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अस्थि तथा उपास्थि में अंतर बताइए।

अस्थि तथा उपास्थि में अंतर बताइए।

ओस्टियोब्लास्ट हड्डी बनाते हैं और चोंड्रोसाइट्स उपास्थि बनाते हैं। इसलिए जब तक आपके पास कोशिकाएं ऑस्टियोब्लास्ट में विभेदित हो जाती हैं, तब तक उनके लिए कार्टिलेज बनाना शुरू करने में बहुत देर हो चुकी होती है।

ओस्टियोब्लास्ट हड्डी बनाते हैं और चोंड्रोसाइट्स उपास्थि बनाते हैं। इसलिए जब तक आपके पास कोशिकाएं ऑस्टियोब्लास्ट में विभेदित हो जाती हैं, तब तक उनके लिए कार्टिलेज बनाना शुरू करने में बहुत देर हो चुकी होती है।

यदि आप ऑस्टियोब्लास्ट और कार्टिलेज उत्पादक कोशिकाओं के बीच एक आनुवंशिक संबंध खोजना चाहते हैं, तो आपको कम विभेदित (अधिक प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल) या कुछ जटिल विज्ञान जादू टोना के माध्यम से प्लुरिपोटेंसी को प्रेरित करने का प्रयास से शुरू करना होगा।

अस्थि तथा उपास्थि में अंतर

अस्थि (Bone) और उपास्थि (Cartilage) हमारे शरीर के दो महत्वपूर्ण संरचनात्मक तत्व हैं जो सहायता प्रदान करते हैं, अंगों की रक्षा करते हैं, और शरीर के फ्रेमवर्क को बनाए रखते हैं। हालांकि इन दोनों की भूमिकाएँ समान प्रतीत हो सकती हैं, लेकिन इनकी संरचना, कार्य और गुणों में काफी अंतर है। आइए इन अंतरों को समझते हैं -

संरचना और संगठन

  • अस्थि - अस्थि कठोर और घने ऊतक से बनी होती है जो मुख्यतः कैल्शियम और फॉस्फोरस से युक्त होती है। इसमें हड्डी की कोशिकाएँ (जैसे - ऑस्टियोसाइट्स) होती हैं और यह रक्त वाहिकाओं और नसों से युक्त होती है।
  • उपास्थि - उपास्थि एक लचीले और लसीले ऊतक से बनी होती है जिसमें कोई रक्त वाहिका नहीं होती। यह मुख्यतः कोलेजन और इलास्टिन फाइबर से बना होता है।

कार्य और भूमिका

  • अस्थि - अस्थि शरीर के ढांचे को सहारा देती है, मांसपेशियों को संलग्न करने का स्थान प्रदान करती है, और अंगों की रक्षा करती है। यह रक्त कोशिकाओं का निर्माण भी करती है और खनिजों का भंडारण करती है।
  • उपास्थि - उपास्थि जोड़ों में घर्षण को कम करती है, शरीर के विभिन्न भागों को लचीलापन प्रदान करती है, और शरीर के कुछ हिस्सों में आकृति और संरचना को बनाए रखती है।

मरम्मत और पुनर्जनन की क्षमता

  • अस्थि - अस्थि में अपेक्षाकृत उच्च मरम्मत और पुनर्जनन की क्षमता होती है क्योंकि इसमें रक्त वाहिकाएँ होती हैं जो चोट लगने पर मरम्मत करने में मदद करती हैं।
  • उपास्थि - उपास्थि में मरम्मत और पुनर्जनन की क्षमता कम होती है क्योंकि इसमें रक्त वाहिकाएँ नहीं होतीं, जिससे चोट लगने पर इसकी मरम्मत की प्रक्रिया धीमी होती है।

निष्कर्ष

अस्थि और उपास्थि दोनों ही हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इनकी अपनी-अपनी विशेष भूमिकाएँ और कार्य हैं। अस्थि हमारे शरीर को मजबूती और संरचना प्रदान करती है, जबकि उपास्थि जोड़ों को लचीलापन और आराम देती है। इन दोनों की अलग-अलग संरचना, कार्य और गुणों की समझ हमें शरीर के इन महत्वपूर्ण घटकों के बारे में अधिक जानकारी और समझ प्रदान करती है।