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अतिरिक्त रोजगार के अवसरों का सृजन कैसे होता है?

अतिरिक्त रोजगार के अवसरों का सृजन कैसे होता है?

कृषि क्षेत्र में अल्प बेरोजगारी की भयानक स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें अल्प रोजगार नहीं मिला है। अतः रोजगार के अधिकाधिक अवसरों का सृजन किया जाना आवश्यक है। निम्नलिखित विधियों से रोजगार में वृद्धि की जा सकती है-

  1. कृषि क्षेत्र में सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।बांध बनाने एवं नहर का निर्माण करने में रोजगार के अनेक अवसर सृजित हो सकेंगे और अल्प बेरोजगारी की समस्या कम हो जाएगी।
  2. सिंचाई सुविधाओं से कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। इससे उपज को भंडार ग्रह में रखने व विपणन करने की आवश्यकता होगी। इसके लिए परिवहन के साधन उपलब्ध कराए जाएं। ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया जाएगा और भंडार ग्रहों का निर्माण किया जाएगा। इससे किसानों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी रोजगार प्राप्त होगा।
  3. किसानों को सस्ती दर पर उपलब्ध कराने से कृषि अदाओं को समय पर करय करने में आसानी होगी।
  4. ग्रामीण क्षेत्रों में उन उद्योगों एवं सेवाओं की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें बढ़ावा दिया जाना चाहिए जहां अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सके उदाहरण के लिए-दाल मिलों की स्थापना, शीत भंडार ग्रह की स्थापना, आदि।
  5. शिक्षा को अनिवार्य करने पर, शैक्षिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भवनों, अध्यापकों व अन्य कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। इसी प्रकार स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार के लिए डॉक्टरों और नर्सो व स्वास्थ्य कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। इसके फलस्वरूप रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
  6. पर्यटन,क्षेत्रीय शिल्प उद्योग व सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोजगार के अपार अवसर छिपे पड़े हैं।