एक बहुराष्ट्रीय कंपनी वह कंपनी है, जिसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान आदि किसी विकसित देश में होता है तथा वह अन्य किसी विकसित अथवा विकासशील देश में भी कार्यरत होती है। यह कंपनियां खनन, चाय, रबड़, काफी वह वृक्षारोपण,तेल निकालना तथा शोधन एवं घरेलू उत्पादन तथा निर्यात वस्तुओं इत्यादि में कार्यरत हैं। इनके कार्यों में बैंकिंग, बीमा, जलयान, होटल इत्यादि सेवाएं भी शामिल है।
बहुराष्ट्रीय कंपनी को आर्थिक वर्ष संगठनात्मक दृष्टिकोण से परिभाषित किया गया है-
आर्थिक परिभाषा
एक बहुराष्ट्रीय कंपनी वह है, जो 100 मिलियन डॉलर से कई हजार मिलियन डॉलर तक की शुद्ध बिक्री करती है। इसके विनिर्माण में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश होता है, जो सामान्यतः कंपनी के कुल निवेश का 15 से 25% तक होता है।
संगठनात्मक परिभाषा
एक बहुराष्ट्रीय कंपनी वह है - जो एक संगठनात्मक अधिकतमीकरण यूनिटों के एक प्रबल उद्देश्य को लेकर चलती है, संपूर्ण विश्व को अपना कार्यक्षेत्र मानती है तथा, अ तथा ब को प्राप्त करने के लिए अपने सभी कार्यों में संयोजन स्थापित करती है।
बहुराष्ट्रीय कंपनी की विशेषताएँ
- बहुराष्ट्रीय क्रियाकलाप: बहुराष्ट्रीय कंपनी की पहली विशेषता यह है कि इनकी क्रियाएं किसी एक राष्ट्र में सीमित न होकर अनेक राष्ट्रों तक चलती है। इसके लिए ये अपने देश में मुख्य कम्पनी का हिस्सा 51 प्रतिशत या इससे अधिक होता है। इस प्रकार कम्पनी इन शाखाओं व सहायक कम्पनियों पर नियन्त्रण करती रहती है।
- साधनों का हस्तानन्तरण : इन कम्पनियों की दूसरी विशेषता यह है कि ये अपने साधनों को सहायक कम्पनियों व शाखाओं में हस्तान्तरित कर देते है। ये अपनी तकनीकी, प्रबन्धकीय, सेविवर्ग, कच्चा एवं पक्का व तैयार माल आदि को अपनी सहायक कम्पनियों व शाखाओं पर आसानी से हस्तान्तरित कर देते है।
- विशाल आकार : इन कम्पनियों की तीसरी विशेषता यह है कि बहुत विशाल आकार की होती है इनकी पूंजी व बिक्री अरबों रूपये में होती है। उदाहरण के लिए आई0बी0एम0 या जनरल मोटर्स की बिक्री अरबों रूपयों में होती है।
- बहुराष्ट्रीय स्कन्ध स्वमित्व : इन कम्पनियां की पूंजी में हिस्सा अनेक राष्ट्रों का होता है।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कार्यप्रणाली
- यह कंपनियां वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन विश्व स्तर पर करती हैऔर सीमाओं के पार बहुराष्ट्रीय उत्पादन प्रक्रिया के प्रसार से असीमित लाभ प्राप्त करती है।
- कभी-कभी यह कंपनियां इन देशों की स्थाई कंपनियों के साथ संयुक्त रूप से उत्पादन कार्य करती है।
- यह स्थानीय कंपनियों को खरीद देती हैं और उसके बाद उत्पादन का प्रयास करती हैं।
- यह छोटे उत्पादकों द्वारा उत्पादित माल को अपने ब्रांड से भेजती है।
- विदेश व्यापार का एक बड़ा भाग बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा नियंत्रित है।