हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको बजट के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
बजट का अर्थ
बजट प्रशासन का एक महत्वपूर्ण अधिकरण है। यह आधुनिक राज्य में राष्ट्र की आर्थिक नीति को संचालित और नियंत्रित करने के विशिष्ट साधनों प्रमुख स्थान रखता है। बजट आय-व्यय का लेखा है। इसका विकास फ्रेंच भाषा के Bougette शब्द से हुआ है जिसका अर्थ है चमड़े का थैला।
आधुनिक अर्थ में इसका प्रयोग इंग्लैंड में 1733 ईस्वी में किया गया। इससे पूर्व किसी को इस शब्द का ज्ञान नहीं था। इस वर्ष जब वित्त मंत्री सर रोबर्ट वालपोल ने अपनी वित्तीय योजना कामन सभा के सामने रखने के लिए एक चमड़े के थैले से कागज निकालें तो व्यंग रूप में कहा गया कि वित्त मंत्री ने अपना बजट खोला। तभी से सरकार की आय-व्यय के लिए इस शब्द का प्रयोग होने लगा।
बजट की परिभाषा
रेने स्टोर्म
"बजट एक ऐसा परिपत्र है जिसमें सार्वजनिक राजस्व एवं व्यय की प्रारंभिक अनुमोदित योजना प्रस्तुत की जाती है"
जी जीज
"बजट संपूर्ण सरकारी प्राप्त हो तथा खर्चों का एक पूर्वानुमान तथा अनुमान है और कुछ प्राप्तियों का संग्रह करने एवं कुछ का व्यय करने का एक आदेश है।"
मुनरो
"बजट आने वाले वित्तीय वर्ष का वित्तीय नियोजन है जिसमें एक तरफ प्रत्येक वस्तु से होने वाली संभावित आय का अनुमान होता है और दूसरी तरफ व्यय के सभी अनुमान होते हैं।"
बजट का महत्व
बजट आर्थिक उन्नति तथा सामाजिक उत्कर्ष का सबल साधन है। अनेक सामाजिक तथा आर्थिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बजट एक निति के रूप में अपनाया जाता है। इसका महत्व निम्नलिखित है-
- उत्पादन बढ़ाने में।
- आय और धन के उचित वितरण करने में।
- मुद्रा-स्फीति नियंत्रण करने में।
- व्यवसाय व रोजगार वृद्धि में।
- आर्थिक संकट दूर करने में।
- सरकारी योजनाओं के मूल्यांकन करने में।
- योजनाबद्ध विकास करने में।
- आर्थिक व्यवस्था को स्थायित्व प्रदान करने में।
- लोक कल्याणकारी कार्यों को साकार करने में।
- सरकार की नीति क्रियान्वित करने में।
बजट के माध्यम से उद्योग तथा कृषि का विकास किया जा सकता है, राष्ट्रीय आय का उचित वितरण किया जा सकता है, असमानता दूर की जा सकती है, रोजगार आदि की व्यवस्था की जा सकती है तथा लोक हितकारी और समाजवादी समाज की स्थापना की जा सकती है। माहेश्वरी के अनुसार, "बजट एक राजनीतिक लेख पत्र है जिसमें सरकार की समस्त दार्शनिकता निहित है।"