हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको कंप्यूटर नेटवर्क के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
नेटवर्क की परिभाषा
नेटवर्क को हम निम्न प्रकार परिभाषित कर सकते हैं- "स्वतंत्र कंप्यूटरों का ऐसा समूह जिसमें कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े हो नेटवर्क कहलाता है।
दो कंप्यूटरों के एक दूसरे से जुड़े होने का अर्थ है कि वे आपस में कम्युनिकेट कर सकते हैं वह सूचना का आदान प्रदान कर सकते हैं। उपरोक्त परिभाषा में कंप्यूटर के स्वतंत्र होने पर जोर दिया जाता है। एक स्वतंत्र कंप्यूटर वह है जिसे कोई दूसरा कंप्यूटर स्टार्ट, स्टाप या कंट्रोल नहीं करता।
कंप्यूटर नेटवर्क में कंप्यूटरों के साथ-साथ अन्य पेरीफेरल डिवाइसेज भी जुड़ी हो सकती है- प्रिंटर, प्लॉटर इत्यादि। कंप्यूटर नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य डाटा कम्युनिकेशन वह साधनों को मिलाकर काम में लेना है।
कंप्यूटर नेटवर्क के लाभ (Advantage of computer network)
- डाटा के इलेक्ट्रॉनिक रूप में आदान-प्रदान से कार्य प्रणाली में तीव्रता आती है और समय की बचत होती है।
- हार्डवेयर उपकरणों का अनेक कंप्यूटरों द्वारा सम्मिलित रूप से उपयोग होता है, इसलिए कंप्यूटरीकरण में लागत कम आती है।
- एक डांटा व सूचना को अनेक व्यक्ति एक बार में प्राप्त कर सकते हैं जिसके डाटा वह सूचना को परस्पर आदान-प्रदान करने की आवश्यकता नहीं रहती है।
- एक उपयोगकर्ता सभी महंगे साधनों को खरीदने में सक्षम नहीं हो सकता, परंतु वह नेटवर्क की सहायता से किसी भी प्रकार के साधनों का आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकता है।उपयोगकर्ता बहुत कम लागत में ही अपना काम चला सकता है।
नेटवर्क में प्रयुक्त होने वाले विभिन्न उपकरण
1.नोड ( Node)- नेटवर्क के सर्वर से जुड़े प्रत्येक कंप्यूटर को नोड कहते हैं। नेटवर्क में प्रत्येक नोड का एक निश्चित नाम होता है। नोड्स का प्रमुख कार्य मैसेज को सबनेट के द्वारा उसके गंतव्य पर भेजना होता है। मैसेज कई नोड्स के द्वारा अपने डेस्टिनेशन पर पहुंचता है। एक नोड से दूसरे नोड तक मैसेज लिंक के माध्यम से ट्रांसमिट होता है।
2.लिंक (Link)- दो नोड्स के बीच के कम्युनिकेशन पथ को लिंक कहते हैं। लिंक दो नोड्स के बीच एक लॉजिकल कनेक्शन होता है। एक लिंक में कहीं मध्यवर्ती नोड्स से हो सकते हैं।
3.सबनेट (Subnet)- सबनेट नोड्स व लिंक्स से मिलकर बनता है। सही अर्थ में सबनेट ही वास्तविक नेटवर्क है। नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सबनेट की सहायता से ही मैसेज भेजने वह प्राप्त करने का कार्य करते हैं।
4.सर्वर (server)- सरवर एक मुख्य कंप्यूटर यहां सॉफ्टवेयर है जो केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में कार्य करता है एवं क्लाइंट को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। सरवर की छमता सामान्य कंप्यूटरों के तुलना में अधिक होती है। सरवर पर काफी साधन उपलब्ध रहते हैं। सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर साधनों जैसे कि प्रिंटर, प्लॉटर इत्यादि का उपयोग नेटवर्क से जुड़े अन्य कंप्यूटर या डिवाइसेज भी कर सकते हैं। सरवर कई प्रकार के हो सकते हैं।
दूरी व संरचना के आधार पर नेटवर्क
लोकल एरिया नेटवर्क(LAN-Local Area Network)- एक सीमित भौगोलिक क्षेत्र जो सामने तो कुछ किलोमीटर का हो सकता है, मैं स्थित कंप्यूटरों वह डिवाइसेस के नेटवर्क को हम लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) कह सकते हैं। सामान्यतः तो यह एक बिल्डिंग या केंपस तक सीमित होता है। वह का संस्थान के अधिकारी में होता है। सामान्यतः पूरे नेटवर्क के लिए एक ही ट्रांसमिशन माध्यम काम में लिया जाता है।
LAN के लाभ ( advantages of LAN)
- LAN के माध्यम से यूजर सभी प्रकार के साधनों का मिलकर उपयोग कर सकते हैं। इससे कुल लागत में कमी आती है।
- LAN किसी भी संस्थान में कम्युनिकेशन को आसान, सस्ता व तीव्र बनाने में सहायक होता है।
- LAN एक संस्थान की उत्पादकता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होता है।
- एक मल्टी यूजर कंप्यूटर सिस्टम की तुलना में LAN अधिक उपयोगी है। सामान्यता LAN की लागत कम होती है इसका विस्तार व अपग्रेडेशन मल्टी यूजर की तुलना में आसान है।
LAN की सीमाएं ( limitation of LAN)
- LAN के माध्यम से यूजर सभी प्रकार के साधनों का मिलकर उपयोग कर सकते हैं। इससे कुल लागत में कमी आती है।
- LAN किसी भी संस्थान में कम्युनिकेशन को आसान, सस्ता व तीव्र बनाने में सहायक होता है।
- LAN एक संस्थान की उत्पादकता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होता है।
- एक मल्टी यूजर कंप्यूटर सिस्टम की तुलना में LAN अधिक उपयोगी है। सामान्यता LAN की लागत कम होती है इसका विस्तार व अपग्रेडेशन मल्टी यूजर की तुलना में आसान है।