हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको क्रिस्टल जालक के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
क्रिस्टल जालक किसे कहते हैं?
क्रिस्टल के रचक अवयव (constituents) परमाणु, अणु या आयन बिंदु (point) द्वारा दर्शाए जाते हैं। ये बिंदु जालक बिंदु (lattice points) कहलाते हैं। जालक बिंदुओ की त्रिविमीय व्यवस्था (space arrangement) एक निश्चित ज्यामिति को जन्म देती है। बिंदुओं द्वारा दर्शाई गई यह ज्यामिति, त्रिविम जालक (space lattice) या क्रिस्टल जालक (crystal lattice) कहलाती है। त्रिविम जालक के निम्नलिखित लक्षण है-
- त्रिविम जालक का प्रत्येक बिंदु, जालक बिंदु या जालक स्थान (lattice site) कहलाता है।
- प्रत्येक जालक बिंदु रचक अवयव दर्शाता है।
- जालक बिंदु (Lattice point) संयुक्त रूप से जालक की ज्यामिति (geometry) दर्शाते हैं।
इकाई कोशिका या एकक सेल
प्रत्येक त्रिविम जालक में कुछ बिंदुओं का समूह पुनरावृत्ति (repetition) दर्शाता है। जालक बिंदुओं का पुनरावृत्ति योग्य सूक्ष्मतम समूह सेल कहलाता है। इस प्रकार क्रिस्टल में राचक अवयवों के क्रमबद्ध रूप में व्यवस्थित होने के फलस्वरूप जो सूक्ष्मतम इकाई बनती है, एकक सेल कहलाती हैं। एकक सेल दो प्रकार के होते है:
द्विविमीय एकक सेल
क्रिस्टल के एक तल मैं जालक बिंदुओं की नियमित व्यवस्था द्विविमीय जालक कहलाती है। इस जालक का सूक्ष्मतम भाग जो पुनरावृति पर जालक निर्माण करता है, द्विविमीय एकक सेल कहलाता है। द्विविमीय जालक (Two dimensional lattice) व द्विविमीय एकक सेल (Two dimensional cell) पांच प्रकार के होते हैं-
क्र. सं. | जालक | एकक सेल |
(a) | वर्गाकार | वर्गाकार |
(b) | चौकोर | चौकोर |
(c) | आयताकार | आयताकार |
(d) | षट्भुजीय | 60° वाला विषमकोणीय (rhombus with 60°) |
(e) | समचतुर्भुजीय (rhombic) | एक भीतरी बिंदु युक्त आयत (rectangle with an interior point) |
त्रिविमीय एकक सेल
क्रिस्टल के त्रिविमीय (Three dimensional) स्थान में जालक बिंदुओ की व्यवस्था त्रिविमीय जालक (Three dimensional lattice) दर्शाती है। त्रिविमीय जालक की ज्यामिति (geometry) दर्शाने वाला, जालक बिंदुओ का सूक्ष्मतम समूह त्रिविमीय एकक सेल (Three dimensional cell) कहलाता है। त्रिविम में इसकी पुनरावृति त्रिविमीय जालक देती है। त्रिविमीय एकक सेल की ज्यामिति तीनों अक्षो पर आपेक्षित (relative) दूरियों तथा फलक कोण (facial angles) द्वारा दर्शाई जाती है। त्रिविम एकक सेलों की अपेक्षित अक्षीय दूरियों व अंतरफलकीय कोणों (imterfacial angles) के आधार पर क्रिस्टल सात प्रकार के होते हैं। मूल रूप से त्रिविमीय एकक सेल दो प्रकार के होते हैं-
प्राथमिक एकक सेल
एकक सेल के केवल कोनो (corners) पर जालक बिंदु होने पर यह प्राथमिक एकक सेल कहलाता है। उदाहरण- सरल घनी एकक सेल (simple cubic unit cell)।
केंद्रित एकक सेल
वे एकक सेल (unit cell) जिनमें कोनों में अतिरिक्त भी किसी अन्य स्थान पर जालक बिंदु (lattice point) पाए जाते हैं, केंद्रित एकक सेल कहलाते हैं। केंद्रित एकक सेल (Concentrated unit cell) निम्न तीन प्रकार के होते हैं-
काय एकक सेल
इस एकक सेल में कोनों के अतिरिक्त एक जालक बिंदु, एकक सेल के केंद्र पर पाया जाता है, उदाहरण- काय केंद्रित घनीय एकक सेल (body centered cubic unit cell), CsBr, CsI।
फलक एकक सेल
इस एकक सेल में कोनों के अतिरिक्त एक-एक जालक बिंदु प्रत्येक फलक (face) के केंद्र पर भी पाए जाते हैं। उदाहरण- फलक केंद्रित घनीय एकक सेल (face centered cubic unit cell), जैसे- NaCl, AgCl, AgBr.
अंत्य केंद्रित एकक सेल
इस एकक सेल में कोनों के अतिरिक्त एक-एक जालक बिंदु किन्ही दो विपरीत पलकों के केंद्र पर भी होते हैं। उदाहरण- अंत्य केंद्रित समचतुर्भुजीय एकक सेल (end centred orthorhombic unit cell)।