standard electrode potential in hindi मानक इलेक्ट्रोड विभव किसे कहते हैं और इसके प्रकार और मापन: जब किसी धातु की छड़ को 25 डिग्री सेल्सियस पर मोलर धातु आयन सांद्रता वाले उसी धातु के किसी लवण के विलयन में डुबोने पर धातु और विलयन के मध्य जो विभवांतर उत्पन्न होता है उसे मानक इलेक्ट्रोड विभव कहते है। इसे E° से प्रदर्शित करते हैं तथा इसे वोल्ट में मापा जाता है।
इलेक्ट्रोड किसे कहते हैं?
जब किसी धातु की छड़ को उसी धातु के लवण के जलीय विलयन में रखा जाता है, तो धातु की छड़ पर आवेश उत्पन्न हो जाता है तथा विलयन पर समान मात्रा में विपरीत आवेश उत्पन्न हो जाता है, इस प्रकार की छड़ को इलेक्ट्रोड कहते हैं।
इलेक्ट्रोड के प्रकार
इलेक्ट्रोड निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं- धनात्मक इलेक्ट्रोड या एनोड, ऋणात्मक इलेक्ट्रोड या कैथोड।
इलेक्ट्रोड विभव किसे कहते हैं?
किसी धातु की छड़ को उसी धातु के किसी लवण के विलयन में डुबोने पर धातु और विलयन के मध्य जो विभवांतर उत्पन्न होता है उसे विभव इलेक्ट्रोड कहते है। इसे भी E° से प्रदर्शित करते हैं तथा यह वोल्ट में मापा जाता है।
इलेक्ट्रोड विभव को दूसरे शब्दों में परिभाषित करें तो, किसी धातु को आयन के संपर्क में रखने पर बने इलेक्ट्रोड से इलेक्ट्रॉन त्यागने या ग्रहण करने की प्रक्रिया को इलेक्ट्रोड विभव कहते है।
इलेक्ट्रोड विभव के प्रकार
इलेक्ट्रोड विभव निम्नलिखित तीन प्रकार के होते है, ऑक्सीकरण इलेक्ट्रोड विभव और अपचयन इलेक्ट्रोड विभव।
ऑक्सीकरण इलेक्ट्रोड विभव
किसी इलेक्ट्रोड के इलेक्ट्रोड त्यागने की प्रकृति को ऑक्सीकरण इलेक्ट्रोड विभव कहते है।
अपचयन इलेक्ट्रोड विभव
किसी इलेक्ट्रोड के इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रकृति को अपचयन कहते है।
इलेक्ट्रोड विभव निम्न कारकों पर निर्भर करता है।
- विलयन की सांद्रता
- धातु की प्रकृति
- ताप का प्रभाव।
इलेक्ट्रोड विभव तथा मानक इलेक्ट्रोड विभव में संबंध
माना की कोई इलेक्ट्रोड अभिक्रिया निम्न है।
Mn⁺ (aq) + ne⁻ → M(s)
अभिक्रिया के लिए नर्नस्ट समीकरण-
E = E° →2.3.3 RT/nF log₁₀ 1/Mn⁺
जहा E = इलेक्ट्रोड विभव, E° = मानक इलेक्ट्रोड विभव, n = इलेक्ट्रोड अभिक्रिया में प्रयुक्त e⁻ की संख्या, T = परमताप, R = सार्वत्रिक गैस नियतांक (8.31 जूल प्रति मोल केल्विन)