स्वसन शरीर की एक अनिवार्य जैविक क्रिया है यह सजीव का एक मुख्य लक्षण है स्वसन एक जेव रासायनिक ऑक्सीकरण प्रक्रिया है यहां सामान्य ताप पर एंजाइम्स की सहायता से सभी जीवित कोशिकाओं में भी होती है इसमें खाद्य पदार्थों जैसे - गुलकोज आदि में संचित रासायनिक ऊर्जा गतिज ऊर्जा के रूप में मुक्त होकर एटीपी में संचित हो जाती है कुछ ऊर्जा ताप के रूप में बदलकर वातावरण में मुक्त हो जाती है।
जैविक क्रियाओं के लिए आवश्यक ऊर्जा एटीपी से प्राप्त होती है ऑक्सी श्वसन माइट्रोकांड्रिया में ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है इस क्रिया में ऊर्जा विभिन्न चरणों में मुक्त होती है एटीपी में संचित ऊर्जा निम्नलिखित क्रियाओं में प्रयोग की जाती है।

पेशीय गति
इसके फलस्वरूप प्राणियों में चलना दौड़ना उड़ना तैरना आदि क्रियाएं होती है इसके लिए उर्जा एटीपी से प्राप्त होती है
जेब संश्लेषण
सरल योगीकौ से जटिल यौगिकों के संश्लेषण में प्रमुख ऊर्जा एटीपी से प्राप्त होती है जटिल योगिक मरम्मत एवं वृद्धि में प्रयुक्त होती है।
परिवहन
विभिन्न रासायनिक पदार्थों की सक्रिय परिवहन में प्रयुक्त ऊर्जा एटीपी से प्राप्त होती है।
अपेशीय क्रियाएं
कोशिकाओं द्वारा अवशोषण इश्तरावणक्ष उत्सर्जन आदि में प्रयुक्त ऊर्जा एटीपी से प्राप्त होती है।
जैव विकास
अनेक कीट समस्या मत्स्य प्राणी एटीपी से संचित ऊर्जा को प्रकाश मैं बदल देते हैं।
जैव विद्युत
अनेक समुद्री मछलियां एटीपी की गतिज ऊर्जा को विद्युत में बदल देती है इससे इनको सुरक्षा एवं भोजन प्राप्त करने में सहायक मिलती है।