हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको तांबे के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
तांबा क्या है?
यह एक गुलाबी-लाल रंग की भारी व मुलायम धातु (soft metal) होती है। इसको इसके रंग के द्वारा ही पहचाना जाता है। और इसके रंग को कॉपर रंग के नाम से जाना जाता है।
तांबे का उपयोग
भारत में तांबे का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। लोहे की खोज होने से पूर्व तांबा ही सभ्यता के विकास का आधार था। यहां तांबे की मूर्तियां, सिक्के, बर्तन आदि प्राचीन काल से ही बनाए जाते रहे हैं।विद्युत और ताप का सुचालक होने के कारण वर्तमान में तांबा बिजली के उपकरणों के निर्माण में अधिक प्रयोग किया जाता है।
उत्पादक क्षेत्र
तांबा उत्पादन में भारत धनी है। यहां 41.7 करोटन तांबे के सुरक्षित भंडार होने का अनुमान लगाया गया है। घरेलू मांग में वृद्धि को देखते हुए भारत में तांबे के उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। तांबा उत्पादन में झारखंड राज्य का भारत में प्रथम स्थान है। यहां तांबा उत्पादक क्षेत्र 130 किमी की लंबाई में उड़ीसा राज्य की सीमा तक विस्तृत है। मध्य प्रदेश राज्य देश का 20% तांबा उत्पादन करता है।आंध्र प्रदेश एवं राजस्थान अन्य प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
तांबे के गुण
- इसका गलनांक 1083°C होता है।
- इसका क्वथनांक 2325°C होता है।
- इसका अपेक्षित घनत्व लगभग 8.93 होता है।
- इसकी तनन सामर्थ्य 4.5 टन/सेमी² होती है।
- यह धातु जंग का उच्च प्रतिरोधी होता है।
- यह ऊष्मा और विद्युत (heat and electric) की की अच्छी सुचालक होती है।
- इसकी तनन सामर्थ्य (tensile strength) को हैमरिंग या रोलिंग द्वारा बढ़ायी जा सकती है।
- इस धातु की तन्यता और आघातवर्धनीयता (Tensile and malleability) बहुत अच्छी होती है, इसलिए इसका उपयोग तार और चादर बनाने में किया जाता है।
- इस धातु को गर्म पानी (hot water) में डालने पर यह मुलायम हो जाती है, जिससे इसका रंग भी ज्यादा लाल हो जाता है।
- इसको आसानी से वैल्ड किया जा सकता है। इस धातु की ब्रेजिंग या सोल्डरिंग करना आसान है।
- इसकी आन्तरिक संरचना (internal structure) दानेदार होती है, परन्तु इसको फोर्ज्ड और रोल करने पर इसकी संरचना रेशेदार हो जाती है।