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दबाव-समूह तथा राजनीतिक दल में अंतर?

दबाव-समूह तथा राजनीतिक दल में अंतर?

हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको दबाव समूह के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।

दबाव समूह का अर्थ

दबाव समूह का अर्थ साधारण शब्दों में दबाव समूह लोगों के उस संगठित समूह को कहा जाता है जो अपने सदस्यों के हितों की सिद्धि के लिए सरकार की निर्णयकारिता को प्रभावित करता है। यद्यपि दबाव समूह के लिए कुछ विद्वान हित समूह का भी प्रयोग करते हैं, लेकिन बिना राजनीतिक प्रक्रिया को प्रभावित किए कोई भी हित समूह दबाव नहीं कहला सकता। हित समूह में प्रभावकारिता की शक्ति आ जाने पर ही वह दबाव समूह का रूप लेता है। यही प्रभावकारिता समूह के हितों को प्राप्त करने में मददगार होती है। 

दबाव समूह की परिभाषा

दबाव गुट समूह को कई विद्वानों ने इस प्रकार से परिभाषित किया है :-

1.हेनरी ए0 टर्नर के अनुसार-”दबाव समूह गैर-राजनीतिक संगठन है जो सार्वजनिक नीति को प्रभावित करने का प्रयास करता है। 

2.मैकाइवर के अनुसार-”दबाव समूह ऐसे संगठित या असंगठित व्यक्तियों का संकलन है जो दबाव के दांव-पेचों का प्रयोग करता है। 

3.ओडिगार्ड के अनुसार-”दबाव समूह ऐसे लोगों का औपचारिक संगठन है जिसके एक अथवा अधिक सामान्य उद्देश्य एवं स्वार्थ हों और घटनाक्रम को, विशेष रूप से सार्वजनिक नीति के निर्माण और शासन को इसलिए प्रभावित करने का प्रयास करे कि उनके हितों की रक्षा और वृद्धि हो सके।” 

राजनीतिक दल का अर्थ

राजनीतिक दल व्यक्तियों का वह संगठित रूप है, जिसके सदस्य राजनीतिक इकाई के रूप मे राजनीतिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए एक साथ प्रयत्नशील रहते है। जिस प्रकार सामाजिक या आर्थिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए दल संगठित होते है, इसी प्रकार व्यक्ति अपने राजनीतिक उद्देश्यों को भी संगठन के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। जब किसी संगठन का उद्देश्य राजनीतिक होता है तो उसे राजनीतिक दल कहा जाता है।

राजनीतिक दल की परिभाषा

1.एडमंड बर्क के अनुसार ” राजनीतिक दल मनुष्य के उस संगठन को कहते है जो किसी एक सिद्धांत पर सहमत हों, जिसके द्वारा राष्ट्रीय हित सम्पन्न किया जा सके।”

2.गैटिल के अनुसार ” राजनीतिक दल उन नागरिकों का कम या अधिक संगठित समूह है जो एक राजनीतिक इकाई के रूप मे कार्य करता है और अपनी राजनीतिक शक्तियों के प्रयोग के द्वारा शासन को हस्तगत करने और अपनी नीतियों को कार्यरूप देने का प्रयत्न करता है।

3.गिलक्राइस्ट के अनुसार ” राजनीतिक दल संगठित नागरिकों को उस समुदाय को कहते है जो एक ही राजनीतिक सिद्धांत को मानते है व एक राजनीतिक इकाई के रूप मे कार्य करते है और सरकार पर अपना अधिकार जमाने का प्रयत्न करते है।

दबाव-समूह तथा राजनीतिक दल में अंतर

  1. राजनीतिक दलों का कार्यक्षेत्र बहुत विस्तृत होता है। ये राष्ट्रीय स्तर तक फैले हुई होते हैं, जबकि दबाव समूह का कार्य क्षेत्र सीमित होता है क्योंकि यह क्षेत्र विशेष की समस्याओं से संबंधित होते हैं।परंतु कुछ दबाव समूह का स्वरूप राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय भी होता है।
  2. राजनीतिक दलों द्वारा नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं, जबकि दबाव समूह द्वारा लचीले निर्णय लिए जाते हैं, यह समय तथा परिस्थितियों के अनुरूप परिवर्तित होते रहते हैं।
  3. राजनीतिक दल अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सदैव संवैधानिक साधनों का प्रयोग करते हैं, जबकि दबाव समूह संवैधानिक तथा गैर संवैधानिक दोनों प्रकार के साधनों का प्रयोग कर सकते हैं।
  4. राजनीतिक दलों के सदस्यों की संख्या लाखों में होती है,समूह आकार की दृष्टि से छोटा संगठन होता है।
  5. राजनीतिक दलों की सदस्यता एकल होती है क्योंकि एक समय पर एक व्यक्ति केवल एक ही राजनीतिक दल का सदस्य बन सकता है, जबकि दबाव समूह की सदस्यता बहुल भी हो सकती है क्योंकि हितों अथवा पैशे के आधार पर एक व्यक्ति एक ही समय में एक से अधिक दबाव समूह का सदस्य बन सकता है।

1. दबाव समूह का अर्थ बताइए।

उत्तर-दबाव समूह का अर्थ साधारण शब्दों में दबाव समूह लोगों के उस संगठित समूह को कहा जाता है जो अपने सदस्यों के हितों की सिद्धि के लिए सरकार की निर्णयकारिता को प्रभावित करता है। यद्यपि दबाव समूह के लिए कुछ विद्वान हित समूह का भी प्रयोग करते हैं, लेकिन बिना राजनीतिक प्रक्रिया को प्रभावित किए कोई भी हित समूह दबाव नहीं कहला सकता। हित समूह में प्रभावकारिता की शक्ति आ जाने पर ही वह दबाव समूह का रूप लेता है। यही प्रभावकारिता समूह के हितों को प्राप्त करने में मददगार होती है। 

2. राजनीतिक दल का अर्थ बताइए।

उत्तर-राजनीतिक दल व्यक्तियों का वह संगठित रूप है, जिसके सदस्य राजनीतिक इकाई के रूप मे राजनीतिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए एक साथ प्रयत्नशील रहते है। जिस प्रकार सामाजिक या आर्थिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए दल संगठित होते है, इसी प्रकार व्यक्ति अपने राजनीतिक उद्देश्यों को भी संगठन के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। जब किसी संगठन का उद्देश्य राजनीतिक होता है तो उसे राजनीतिक दल कहा जाता है।