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नाइट्रिक अम्ल क्या है? | बनाने की विधि

नाइट्रिक अम्ल क्या है? | बनाने की विधि

नाइट्रिक अम्ल क्या है इसका उपयोग धातुओं को घोलने के लिए किया जाता है तथा इसका निर्माण सन 1778 में सर्वप्रथम गैवर नामक वैज्ञानिक ने किया था और ग्लोबर ने इसे पोटैशियम नाइट्रेट पर सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया द्वारा बनाया था।

नाइट्रिक अम्ल क्या है?

वायुमंडल में विद्युत के कड़कने से ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन संयुक्त होकर नाइट्रिक ऑक्साइड बनाती है जो वर्षा के जल में घुल कर थोड़ी सी मात्रा में नाइट्रिक अम्ल बनाती है। सोडियम और पोटेशियम के नाइट्रेटो के रूप में यह प्रकृति में मिट्टी में पाई जाती है। आप जान गये होंगे की नाइट्रिक अम्ल क्या है।

ओस्टवाल्ड विधि से नाइट्रिक अम्ल का निर्माण

इसमें अमोनिया गैस वायु से ऑक्सीकृत होकर नाइट्रिक ऑक्साइड बनाती है। जो फिर ऑक्सीकृत होकर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड देती है और यह जल से क्रिया करके नाइट्रिक अम्ल में परिवर्तित हो जाती है।

इसमें अमोनिया गैस वायु से ऑक्सीकृत होकर नाइट्रिक ऑक्साइड बनाती है। जो फिर ऑक्सीकृत होकर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड देती है और यह जल से क्रिया करके नाइट्रिक अम्ल में परिवर्तित हो जाती है।

बनाने की विधि

शुद्ध अमोनिया व वायु का मिश्रण 1:3 अनुपात में परिवर्तक में प्रवाहित किया जाता है। यहां प्लैटिनम की जाली 650 से 800 डिग्री सेंटीग्रेड पर गर्म रखी जाती है। जो उत्प्रेरक का कार्य करती है। यहां अमोनिया का 90% भाग ऑक्सीकृत होकर नाइट्रिक ऑक्साइड बनाता है। अब गैसों का मिश्रण ऑक्सीकारक स्तंभ में पहुंचाया जाता है। जहा NO ऑक्सीकृत होकर नाइट्रोजन ऑक्साइड देती है। NO₂ यानी नाइट्रोजन डाइऑक्साइड अवशेषी स्तंभ में जल में अवशोषित होकर नाइट्रिक अम्ल बनाती है।

अम्लराज का निर्माण

एक भाग नाइट्रिक अम्ल और तीन भाग हाइड्रोक्लोरिक अम्ल को परस्पर मिलाकर अम्लराज बनाया जाता है।

अभिक्रियाएं- टिन की तनु नाइट्रिक अम्ल के साथ क्रिया से अमोनिया नाइट्रेट तथा स्टैनस नाइट्रेट बनता है।

4Sn + 10H NO₃ → 4Sn (NO₃)₂ + NH₄ NO₃H₂O

पोटेशियम आयोडाइड (KI) से नाइट्रिक अम्ल की अभिक्रिया

6KI + 8HNO₃ → 3I₂ + 6KNO₃ + 2NO + 4H₂O

नाइट्रिक अम्ल का उपयोग

  1. नाइट्रिक अम्ल का प्रमुख उपयोग उर्वरकों के लिए अमोनियम नाइट्रेट बनाने में एवं पायरोतकनीक में प्रयुक्त होने वाले अन्य नाइट्रेटो के उत्पादन में है।
  2. यह नाइट्रोग्लिसरीन, ट्राई नाइट्रोटॉलईन तथा अन्य कार्बनिक नाइट्रो यौगिकों के विरचन में भी प्रयुक्त होता है।
  3. इसके अन्य प्रमुख उपयोग स्टेनलैस स्टील के अम्लोपचार, धातुओं के निक्षारण और रॉकेट ईंधनो में ऑक्सीकारक के रूप में है।

नाइट्रिक अम्ल के भौतिक गुण

  1. यह एक रंगहीन द्रव है।
  2. इसका हिमांक 237.4 केल्विन है तथा क्वथनांक 355.6 केल्विन है।
  3. प्रयोगशाला कोटी के नाइट्रिक अम्ल में HNO₃ 67% द्रव्यमान होता है।
  4. इसका विशिष्ट द्रव्यमान 1.504 होता है।
  5. गैसीय अवस्था में HNO₃ की संरचना समतलीय है।

नाइट्रिक अम्ल से नुकसान

नाइट्रिक अम्ल संक्षारक अम्ल होता है अगर यह अम्ल इंसानी त्वचा पर गिरता है तो इससे त्वचा को बहुत पीड़ादायक घाव हो सकता है। अतः इसका प्रयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए।