दोस्तों जानते हैं कि ऑक्सीजन क्या है, ऑक्सीजन के बारे में तो हम सभी जानते हैं क्योंकि ऑक्सीजन के बिना तो हम सांस ही नहीं ले सकते हैं और ऑक्सीजन सभी प्राणियों के लिए बहुत आवश्यक है।
ऑक्सीजन का घनत्व 8.4290 ग्राम प्रति लीटर है। और ऑक्सीजन पानी में थोड़ा घुलनशील होता है। ऑक्सीजन की खोज सर्वप्रथम शीले नामक वैज्ञानिक ने की थी
ऑक्सीजन क्या है?
ऑक्सीजन, रंगहीन गंधहीन तथा स्वादहीन होती है और इसका रासायनिक सूत्र O होता है तथा इसे हिंदी में प्राणवायु कहते हैं। इसी प्राणवायु इसलिए कहते हैं क्योंकि यह सभी जीवो और मनुष्यों के लिए बहुत आवश्यक होती है।
वायु में करीब 20.29 प्रतिशत मात्रा ऑक्सीजन की होती है। ऑक्सीजन पृथ्वी के अनेक पदार्थों में रहता है। जैसे पानी और वास्तव में अन्य तत्वों की तुलना में इसकी मात्रा सबसे अधिक है।
ऑक्सीजन को हम कई प्रकार से प्राप्त कर सकते हैं जैसे कई प्रकार के ऑक्साइडो जैसे पारा, चांदी आदि अथवा डाइऑक्साइड, लेड, मैंगनीज बेरियम तथा ऑक्सीजन वाले बहुत से लवणों जैसे पोटेशियम नाइट्रेट, क्लोरेट तथा पैरा मैग्नेट को गर्म करने से ऑक्सीजन प्राप्त हो सकता है।
वायु में करीब 20.29 प्रतिशत मात्रा ऑक्सीजन की होती है। ऑक्सीजन पृथ्वी के अनेक पदार्थों में रहता है। जैसे पानी और वास्तव में अन्य तत्वों की तुलना में इसकी मात्रा सबसे अधिक है।
ऑक्सीजन को हम कई प्रकार से प्राप्त कर सकते हैं जैसे कई प्रकार के ऑक्साइडो जैसे पारा, चांदी आदि अथवा डाइऑक्साइड, लेड, मैंगनीज बेरियम तथा ऑक्सीजन वाले बहुत से लवणों जैसे पोटेशियम नाइट्रेट, क्लोरेट तथा पैरा मैग्नेट को गर्म करने से ऑक्सीजन प्राप्त हो सकता है।
ऑक्सीजन के भौतिक गुण
दोस्तो जान लेते हैं कि ऑक्सीजन क्या है व उसका भौतिक गुण, ऑक्सीजन पानी में थोड़ा घुलनशील है जो जंगली प्राणियों के लिए श्वसन के लिए उपयोगी है। कुछ धातुएं जैसे पिघली हुई चांदी अथवा दूसरी वस्तुएं जैसे कोयला ऑक्सीजन का शोषण बड़ी मात्रा में कर लेती है।
ऑक्सीजन का विशिष्ट ताप 15 डिग्री सेंटीग्रेड है तथा स्थिर आयतन के विशिष्ट ताप से इसका अनुपात 1.401 है तथा ऑक्सीजन को ठंडा करने पर यह नीले रंग के द्रव में परिवर्तित हो जाता है और ऑक्सीजन गैस खुद नहीं जलती है परंतु किसी अन्य गैस को जलने में सहायक होती है।
रासायनिक गुण
बहुत से तत्व ऑक्सीजन से सीधा संयोग करते हैं इनमें कुछ जैसे फास्फोरस, सोडियम इत्यादि दो साधारण ताप पर ही धीरे-धीरे क्रिया करते है। परंतु कुछ अधिकतर कार्बन, गंधक, लोहा, मैग्नीशियम इत्यादि गर्म करने पर ऑक्सीजन से भरे बर्तन में ये वस्तुएं डालते ही जल उठती हैं और जलने से ऑक्साइड बनता है। ऑक्सीजन में हाइड्रोजन गैस जलती है तथा पानी बनता है। यह क्रिया इन दोनों की गैसीय मिश्रण में विद्युत चिंगारी से अथवा उत्प्रेरित की उपस्थिति में भी होती है।
ऑक्सीजन तीन समस्थानिक 0¹⁶, 0¹⁷, 0¹⁸ का मिश्रण हैं। जिनका अनुपात 10000:1:8 होता है तथा 0¹⁸ समस्थानिक रेडियोधर्मी होता है।
ऑक्सीजन के उपयोग
- ऑक्सीजन का सबसे बड़ा उपयोग की विधि प्राणियों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध होना होता है, जिसे वे सांस द्वारा ग्रहण करते हैं और ऑक्सीजन को कृत्रिम सांस के रूप में प्रयोग करते हैं।
- किसी चीज को जलाने के लिए ऑक्सीजन अति आवश्यक है तथा ऑक्सीजन स्वयं नहीं जलता है।
- ऑक्सीजन धातुओं को जोड़ने तथा क्लोरीन सल्फ्यूरिक अम्ल आदि के औद्योगिक निर्माण में प्रयोग की जाती है।
- द्रव ऑक्सीजन तथा कार्बन पेट्रोलियम का मिश्रण अति विस्फोटक है इसलिए इनका उपयोग कड़ी वस्तुओं को तोड़ने के लिए किया जाता है।
अंतिम निष्कर्ष- दोस्तों आज मैंने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया कि ऑक्सीजन क्या है और इसका महत्व हमारे जीवन में क्या होता है तथा ऑक्सीजन का उपयोग हमारे जीवन में हम कहां करते हैं। आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आती है तो इसे शेयर करें और तुरंत जानकारी पाने के लिए हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन अवश्य करें जी धन्यवाद।
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