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एक हिरण की कहानी | मोटवैशन कहानी | ek hiran ki kahani

एक हिरण की कहानी | मोटवैशन कहानी | ek hiran ki kahani

नमस्कार साथियों आज के इस लेख में आपको एक हिरण की कहानी बताने जा रहे हैं. जिससे कि आपको कुछ सीखने को मिलेगा। यह एक ऐसे हिरण की कहानी है जो मजबूर होता है. लेकिन वह अपने शांत स्वभाव से अपनी मंजिल तक पहुंच जाता है. जिसकी हमने विस्तार से जानकारी दी है।

दोस्तों यह कहानी आपकी जिंदगी बदलने की हिम्मत रखती है। बस शर्त यह है कि आपको इस कहानी को थोड़ा ध्यान से सुनना पड़ेगा। तो कहानी है एक हिरण की|

एक बार एक हिरण जंगल में पानी की तलाश में घूम रही थी। भटक रही थी इधर से उधर, ओर उसे बहुत प्यास लगी थी। बहुत देर से भटक रही थी। पानी की तलाश में, लेकिन उसे पानी कहीं पर भी नहीं मिल रहा था।

थोड़ी देर जंगल में इधर-उधर और भटकने के बाद वह हिरन एक पेड़ के नीचे बैठ जाती है। एक झाड़ के नीचे बैठ जाती है। पानी की आवाज सुनकर हिरण झाड़ी से उठकर नदी की ओर बढ़ती है। तो उतने में उसे नदी में पनि की आवाज सुनाई देती है।

तो वो सामने देखती है एक बड़ी सी नदी। तो जैसे ही वह हिरण उस नदी को देखती है। तो बहुत खुश होती है। मानो उसे दुगनी जिंदगी मिल गई हो। वो फौरन दौड़ते हुए उस नदी के पास जाती है।

और जैसी पानी पीने के लिए अपना सर नदी में झुकाती है। तो उसकी नजर अपने बाय दिशा में पड़ती है। बाएं देखने के बाद उसे एक शिकारी नजर आता है। हाथ में तीर यह हुए निशान तानकर खड़ा हुआ।

फिर जैसे ही उस हिरण की नजर दायें दिशा में पड़ती है। तो उसे एक शेर नजर आता है। झाड़ियों के पीछे। फिर वह अपने पीछे देखती है। तो उसे भयंकर आग लगी हुई दिखती है। जो कि धीरे-धीरे उसकी तरफ बढ़ रही थी। ओर सामने तो गहरी ओर लंबी नदी थी। अब हिरण जाए भी तो जाए कहां। हिरन के सामने चारों रास्ते बंद थे। चारों तरफ से मुसीबत आया चुकी थी।

अब हिरन शांति से सोच सोचता है कि मेरे चारों तरफ से मुसीबतें हैं बचने के रास्ते नहीं है। तो जब मारना ही है तो क्यों ना मैं अपना काम करके ही मरूँ। तो हिरण अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी पीने लगता है। बाकी सभी चीजें हिरन नजरअंदाज कर देता है। ओर पनि पीने लगता है।

अब हिरन शांति से सोच सोचता है कि मेरे चारों तरफ से मुसीबतें हैं बचने के रास्ते नहीं है। तो जब मारना ही है तो क्यों ना मैं अपना काम करके ही मरूँ।

लेकिन थोड़ी ही देर के बाद जैसी ही वह हिरन पानी पी रही थी। तो इतनी देर में अपर आसमान में काले बादल छा जाती है। और उन बादलों से बारिश होने लगती है। तो जो आग थी हिरन के पीछे की लगी हुई।

वह पानी से बुझ जाती है। और पानी के कारण शिकारी के निशाना चूक कर शेर को लग जाता है। और शेर की नजर पड़ती है। शिकारी पर तो शेर शिकारी के पीछे लग जाता है। तो जैसे ही हिरन को पता चलता है। ओर पानी पीने के बाद अपना सर ऊपर उठाती है तो अपने बाएं देखती है।

उसे शिकारी कहीं पर भी नजर नहीं आता है। ओर वह अपने दायें में देखती है। उसे शेर भी नजर नहीं आता है। तो वह अपने पीछे मुड़कर देखती है। तो पीछे लगी हुई जो आग थी। वह बुझी हुई थी।

एक हिरण की कहानी से हमें मिलने वाली शिक्षा

मेरे दोस्त, इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है। की इंसान की जिंदगी में भी जब प्रॉब्लम आती नहीं है। ओर जब आती है तो चारों तरफ से आती है। जिस कारण हर इंसान डर जाता जाता है। अपनी प्रॉब्लम से तो आपको क्या करना है एसी परिस्थिति में आपको ना ही डरना है और ना ही घबराना है। बस शांति से 2 मिनट के लिए सोचना है।

हिरन के पास भी बहुत सारे ऑप्शन थे। हिरन भी ये सारे ऑप्शन को देखने के बाद या तो पानी में छलांग लगा सकती थी। या इधर उधर भाग सकती थी। लेकिन उसने शांति से सोचा और वह अपने काम पर लगी रही। वो पानी पीने आई थी तो वह पानी पीने लगी। इंसान भी अपनी कामयाबी से थोड़ी ही दूरी पर रहता है। लेकिन उससे मुसीबत दिखने शुरू हो जाती है। जैसे घर की प्रॉब्लम, पैसों की प्रॉब्लम जिसके कारण वो कुछ नहीं कर पाता है। डर ओर घबरा जाता है। लेकिन आपको डरना ओर घबरा नहीं है। बस आप अपने काम पर बने रहे।

प्यारे दोस्तों यह मत सोचना कि यह दुनिया क्या कहेगी। क्योंकि अगर तुम कर गए तो एक दिन यह दुनिया आपको देखेगी। मेरे दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको यह कहानी अच्छी लगी होगी। अगर इस कहानी से कुछ भी सीखने को मिला हो तो। हमें कमेंट में जरूर बताएं। मिलते हैं अगली इसी तरह कहानी के साथ तब तक के लिए टेक केयर बाय।