विद्युतचुंबकीय रेंज विद्युत चुम्बकीय विकिरण की सभी आवृत्तियों का दायरा है जिसमें रेडियो तरंगों, अवरक्त बीम, गामा बीम जैसे अगोचर विकिरणों के रूप में ध्यान देने योग्य प्रकाश शामिल होता है। रेंज से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन ने पत्राचार से असेंबलिंग तक जाने वाले कई अनुप्रयोगों को देखा है।
गामा किरणें (Gamma Rays) इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम में सबसे ऊर्जावान और उच्च आवृत्ति वाली किरणें होती हैं। ये किरणें अत्यधिक ऊर्जावान परमाणु नाभिकीय प्रक्रियाओं, जैसे कि नाभिकीय विखंडन या फ्यूजन, और अन्य उच्च-ऊर्जा घटनाओं के दौरान उत्पन्न होती हैं।
गामा किरणों की आवृत्ति
गामा किरणों की आवृत्ति अत्यंत उच्च होती है, जो 10^19 हर्ट्ज से लेकर 10^24 हर्ट्ज या इससे भी अधिक तक हो सकती है। इनकी लहर दैर्ध्य बहुत ही कम होती है, जो 10 पिकोमीटर (pm) से भी कम होती है, जो एक परमाणु के आकार से भी छोटी होती है।
गामा किरणों की विशेषताएँ
- उच्च ऊर्जा - गामा किरणें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम में सबसे अधिक ऊर्जावान होती हैं। इसका मतलब है कि ये किरणें मामले को आसानी से पार कर सकती हैं।
- पारगम्यता - गामा किरणों की उच्च ऊर्जा के कारण, ये किरणें धातुओं सहित विभिन्न सामग्रियों के माध्यम से पार हो सकती हैं। इसी कारण इनका उपयोग औद्योगिक निरीक्षण, कैंसर उपचार, और खाद्य पदार्थों के स्टरलाइजेशन में किया जाता है।
- विकिरण क्षमता - गामा किरणें जीवित ऊतकों को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती हैं, जिसके कारण ये विकिरण चिकित्सा में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए उपयोगी होती हैं।
गामा किरणों के उपयोग
उनकी उच्च ऊर्जा और पारगम्यता के कारण, गामा किरणों का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे कि -
- चिकित्सा - कैंसर उपचार में ट्यूमर को नष्ट करने के लिए।
- औद्योगिक - सामग्री के निरीक्षण और उत्पादों के स्टरलाइजेशन के लिए।
- खगोल भौतिकी - ब्रह्मांडीय घटनाओं के अध्ययन में।
गामा किरणों की इन विशेषताओं और उपयोगों को समझना वैज्ञानिकों को न केवल उनके सुरक्षित और प्रभावी उपयोग के लिए बल्कि ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने में भी मदद करता है।