वैश्वीकरण का अर्थ विभिन्न देशों में तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया ही वैश्वीकरण है। इसे एक ऐसी प्रक्रिया का वर्णन करने के लिए भी प्रयुक्त किया जा सकता है जिसके द्वारा पूरे विश्व के लोग मिलकर एक समाज बनाते हैं तथा एक साथ कार्य करते हैंवैश्वीकरण का उपयोग अक्सर आर्थिक वैश्वीकरण के सन्दर्भ में किया जाता है। तकनीकी आरती ज्ञान नैतिक मूल्यों एवं अपने विचारों को सीमा से बाहर विस्तार करना हुआ प्रचार प्रसार करना अपने राष्ट्रीय की विचारधारा का विश्व में प्रचार प्रसार करना ही वशीकरण हैं।
वैश्वीकरण (globalisation) का अर्थ क्या है?
वैश्वीकरण (globalisation) स्थानीय या क्षेत्रीय वस्तुओं या घटनाओं के विश्व स्तर पर रूपांतरण की प्रक्रिया वैश्वीकरण (globalisation) कहलाता है। अर्थात व्यापार और प्रौद्योगिकी पूरी दुनिया के आदान प्रदान की प्रक्रिया वैश्वीकरण (globalisation ) है।
वैश्वीकरण के गुण | Advantages of globalization
- रोजगार में वृद्धि
- कम कीमत पर सामान उपलब्ध
- स्थानीय एकाधिकार में कमी
- जीवन स्तर में वृद्धि
- बाजार का विस्तार
- उत्पादकता में वृद्धि
- तीव्र आर्थिक विकास
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में वृद्धि
वैश्वीकरण के दोष | Disadvantages of globalization
- घरेलू बाजार को खतरा
- लाभ में हिस्सेदारी
- देश की स्वतंत्रता को खतरा
- मजदूरों का शोषण
- आर्थिक असंतुलन
- बेरोजगारी में वृद्धि
- अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का दबाव
वैश्वीकरण की विशेषताएं | Features of globalization
- एक नई संस्कृति का उभारना
- उपभोक्तावाद को बढ़ाना
- श्रम बाजार का विश्वव्यापीकरण
- शिक्षा की विश्वव्यापीकरण
- बहुराष्ट्रीय कंपनियों की सक्रियता
- भौगोलिक दूरियों का सिमटना
वैश्वीकरण के प्रभाव | Effects of globalization
वैश्वीकरण के निम्नलिखित तीन प्रभाव है-
- वैश्वीकरण के आर्थिक प्रभाव -वैश्वीकरण का विश्व में आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा हैवैश्वीकरण के प्रभाव से कई विकसित देशों में उपभोक्ता मूल्य में कमी होती है ।जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार शक्ति का संतुलन बना रहता है
- वैश्वीकरण का सांस्कृतिक प्रभाव– वैश्वीकरण के कारण लोगों के सांस्कृतिक जीवन पर भी बहुत प्रभाव पड़ा है सांस्कृतिक वैश्वीकरण दुनिया भर में विचारों एवं मूल्यों को प्रसारित करता है जिससे सामाजिक संबंधों का विस्तार हो सके।
- वैश्वीकरण का राजनीतिक प्रभाव– वशीकरण का सबसे अधिक प्रभाव राष्ट्रीय राज्यों में देखा जाता है वैश्वीकरण के परिणाम स्वरूप कुछ राज्यों के शक्ति में वृद्धि हुई है।
- वैश्वीकरण का श्रमिकों का प्रभाव- इसके परिणाम स्वरूप मौजूदा उद्योगों में रोजगार के कमी हुई है समाजिक दृष्टिकोण में से वैश्वीकरण से कई देश के नागरिकों की जीवन प्रणाली प्रभावी हुई है।