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जल संसाधन हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। यह हमारी पीने की जरूरत, कृषि, उद्योग, उर्जा उत्पादन, और पर्यावरणीय अवशेषों के निपटारे के लिए आवश्यक होते हैं। अपवाह (Runoff) जल संसाधन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख में, हम अपवाह के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
अपवाह की परिभाषा | Definition of Runoff
अपवाह को साधारणतः वह जल मात्रा कहा जाता है जो वर्षा, पिघलते हुए हिम, या सिचाई के बाद भूमि की सतह से समुद्र या अन्य जलाशय तक पहुंचती है। यह प्राकृतिक जल चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अपवाह में तीन प्रमुख प्रकार होते हैं:
- सतही अपवाह (Surface Runoff): जब भूमि की सतह पर जल इतना तेजी से जमा होता है कि यह भूमि के अंदर समाहित नहीं हो सकता, तो यह सतही अपवाह के रूप में बह जाता है।
- भूमिगत अपवाह (Subsurface Runoff): यह वह जल होता है जो भूमि की सतह के नीचे बहता है और सतह की नदियों, झीलों, और समुद्रों में जाता है।
- नदी अपवाह (Streamflow or River Runoff): यह वह जल होता है जो नदियों और झीलों के माध्यम से समुद्रों और अन्य जलाशयों में जाता है।
अपवाह की प्रमुख विशेषताएं | Main Features of Runoff
अपवाह की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- भूमि उपयोग पर निर्भरता (Dependence on Land Use): भूमि के उपयोग के प्रकार (वन, कृषि, शहरी) निर्धारित करते हैं कि कितना जल अपवाह के रूप में बहेगा। उदाहरण के लिए, वन भूमि अधिक जल को समाहित करने में सक्षम होती है, जबकि शहरी क्षेत्रों में अधिक सतही अपवाह होता है।
- जलवायु पर निर्भरता (Dependence on Climate): जलवायु संबंधी कारक, जैसे की वर्षा की मात्रा और तापमान, अपवाह की मात्रा को प्रभावित करते हैं।
- मौसमी अपवाह (Seasonal Runoff): किसी क्षेत्र के मौसमी परिवर्तन अपवाह की मात्रा और गुणवत्ता पर भी प्रभाव डालते हैं।
- प्रदूषण का प्रभाव (Impact of Pollution): अपवाह में मिलने वाले प्रदूषक जैसे की कृषि और उद्योगीय अपशिष्ट, जल प्रदूषण को बढ़ा सकते हैं।f