प्रजातंत्रात्मक शासन के लिए राजनीतिक दलों का होना अनिवार्य है। गिलक्राइस्ट के अनुसार,प्रजातंत्र शासन जनता का शासन ना होकर जनता के प्रतिनिधियों का ही शासन होता है। लॉर्ड ब्राइस के अनुसार, प्रजातंत्र में राजनीतिक दल अनिवार्य है।
कोई भी विशाल स्वतंत्र देश उनके बिना नहीं रह सका है कि उन के अभाव में प्रतिनिधित्व आत्मक शासन किस प्रकार चलाया जा सकता है। लीकाक के अनुसार केवल दलीय प्रणाली ही ऐसा माध्यम है। जो लोकतंत्र या शासन को संभव बनाती है। प्रजातंत्र रूपी इंजन को चलाने के लिए राजनीतिक दल पटरी के रूप में कार्य करते हैं।
राजनीतिक दलों का महत्व
प्रजातंत्र, जो कि शासन का एक ऐसा स्वरूप है जहाँ जनता सीधे तौर पर या अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से शासन में भागीदारी करती है, में राजनीतिक दलों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। राजनीतिक दल समाज के विभिन्न वर्गों के विचारों, आकांक्षाओं और मांगों को एकजुट करते हैं और उन्हें शासन की नीतियों और कार्यक्रमों में बदलने का कार्य करते हैं।
लोकतंत्र के संचालन में सहायक
राजनीतिक दल सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे विधानसभा और संसद में अपने प्रतिनिधियों को चुनाव द्वारा भेजते हैं, जो जनता की आकांक्षाओं और मांगों के अनुरूप नीतियाँ और कानून बनाने में सहायता करते हैं।
जनमत का प्रतिनिधित्व
राजनीतिक दल समाज के विभिन्न वर्गों की राय, विचार और जनमत का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे जनता के बीच से उठकर आते हैं और उनके हितों को राजनीतिक मंच पर उठाते हैं।
नीति निर्माण में भूमिका
राजनीतिक दल विधानसभा और संसद में नीतियों और कानूनों के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। वे जनता की मांगों और आकांक्षाओं को नीतियों में बदलने के लिए प्रयास करते हैं।
जवाबदेही और पारदर्शिता
राजनीतिक दल जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देते हैं। वे सरकार की नीतियों और कार्यों की समीक्षा करते हैं और यदि आवश्यक हो तो आलोचना करते हैं, जिससे सरकार को जनता के प्रति अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करनी पड़ती है।
राजनीतिक स्थिरता
राजनीतिक दल राजनीतिक स्थिरता प्रदान करते हैं। वे समाज में विभिन्न विचारों और मांगों को समन्वित करते हैं, जिससे राजनीतिक तनाव कम होता है और समाज में सामंजस्य बना रहता है।
चुनावी प्रक्रिया में योगदान
राजनीतिक दल चुनावी प्रक्रिया को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे उम्मीदवारों का चयन करते हैं, चुनाव प्रचार चलाते हैं और मतदाताओं को जागरूक करते हैं।
निष्कर्ष
प्रजातंत्र में राजनीतिक दलों का महत्व इस तथ्य में निहित है कि वे जनता और शासन के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं। वे जनता की आवाज़ को शासन तक पहुँचाने, नीतियों के निर्माण में भागीदारी, और राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए, राजनीतिक दल लोकतांत्रिक व्यवस्था के अभिन्न अंग हैं।