हेलो, दोस्तों आज की इस पोस्ट के माध्यम से, मैं आपको जीव द्रव्य के भौतिक एवं रासायनिक गुणों का वर्णन कीजिए के बारे में जानकारी देने वाला हूँ, यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते हो।
जीव द्रव्य
कोशिका के जीवित पदार्थ को जीव द्रव्य कहते हैं इसकी खोज डुजारडिन ने की पुर्किंजे ने इसे जीव द्रव्य नाम से पुकारा।
जीव द्रव्य के भौतिक गुण
1-यह रंगहीन अ अध्द् पारदर्शी अध्द् तरल जेली सरदृश लचीला पदार्थ होता है।
2-यहां उद्दीपनओं के प्रति संवेदनशील होते हैं यह उद्दीपन ओं के प्रति अपनी प्रतिक्रिया प्रदर्शित करता है।
3-यह बिलियन निलंबन तथा जटिल कोलाइडी विलियन के गुणों को प्रदर्शित करता है।
4-यह साल तथा जेल अवस्थाओं में पाया जाता है यह दोनों एक दूसरे में बदलते रहते हैं।
5-साल के अंदर निलंबित एक दूसरे से टकरा कर इधर-उधर घूमते रहते हैं कणों की इस गति को ब्राउनी गति कहते हैं।
जीव द्रव्य के रासायनिक गुण
1-जीव द्रव्य का जीवित अवस्था में रासायनिक विश्लेषण संभव नहीं है इसलिए इसके रासायनिक गुणों का ठीक विश्लेषण संभव नहीं है।
2-जीव द्रव्य अनेक रासायनिक यौगिकों का गठन मिश्रण होता है।
3-इसकी संरचना में लगभग 40 तत्व भाग लेते है।
4-जीव द्रव्य में सभी पदार्थ आणविक इकाइयों के रूप में पाए जाते हैं।
5-जी द्रव्य एक सुव्यवस्थित नियम खलील बिलियन किस रूप में होता है।
6-जीव द्रव्य के विशिष्ट तंत्र में ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्थान है इसमें ऊर्जा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की जाती है ऊर्जा संचित की जाती है और ऊर्जा उपभोग की जाती है अतः यह एक सक्रिय रासायनिक व्यवस्था को प्रदर्शित करता है।
7-जीव द्रव्य की मूलभूत संरचना समान होती है लेकिन एक ही जीवधारी की विभिन्न कोशिकाओं में इसका संगठन और विशेषताएं अलग-अलग होती है।
8-इसके संगठन में कार्बोहाइड्रेट्स प्रोटीन वसा एवं तथा इनके उत्पन्न होते हैं।
9-जीव द्रव्य में अनेक अकार्बनिक पदार्थ प्रायो आयनिक अवस्था में पाए जाते हैं।
10-जीव द्रव्य में विटामिंस एंजाइम्स हारमोंस आदि पाए जाते हैं।