भले ही इन दोनों उपकरणों का उपयोग प्रकाशिकी में किया जाता है लेकिन दर्पण और लेंस में अंतर होता है। दर्पण एक उपकरण है जो परावर्तन के सिद्धांत पर आधारित है जबकि लेंस अपवर्तन के सिद्धांत पर आधारित है। इन दोनों उपकरणों का उपयोग विभिन्न उद्योगों जैसे फोटोग्राफी या खगोल विज्ञान आदि में किया जाता है।
दर्पण और लेंस के बीच अंतर
दर्पण और लेंस के बीच मुख्य अंतर इसके निर्माण और कार्य के कारण होगा। दर्पण वह उपकरण है जो उन पर पड़ने वाले प्रकाश को परावर्तित करता है। जबकि, लेंस वे हैं जो प्रकाश में हेरफेर करते हैं।
दर्पण में एक तरफ परावर्तक कोटिंग होती है और दूसरी तरफ। लेंस को विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है: साधारण लेंस और मिश्रित लेंस, और लेंस द्वारा बनाई गई अपवर्तन छवि के प्रकार के आधार पर: अवतल और उत्तल लेंस।
दर्पण | लेंस |
ये कांच या स्पष्ट प्लास्टिक के अलावा अन्य सामग्रियों का उपयोग करके निर्मित होते हैं। | ये कांच या स्पष्ट प्लास्टिक से बनी सामग्री का उपयोग करके निर्मित होते हैं। |
दर्पण का उपयोग घरों, ऑटोमोबाइल, सौर उपकरणों आदि में देखा जा सकता है। | लेंस का उपयोग खगोल विज्ञान और वैज्ञानिक उद्योगों, चिकित्सा और अनुसंधान उद्देश्यों आदि में देखा जा सकता है। |
समतल दर्पणों में केन्द्र बिन्दु नहीं होता है। | इसमें प्रत्येक प्रकार के लेंस के लिए दो फोकल बिंदु होते हैं। |
दो प्रकार के होते हैं: अवतल और उत्तल। | लेंस छह प्रकार के होते हैं। |
एक आदर्श दर्पण 100% प्रकाश को परावर्तित करता है। | एक आदर्श लेंस 100% प्रकाश का अपवर्तन करता है। |
यह परावर्तन के सिद्धांत पर काम करता है। |
यह अपवर्तन के सिद्धांत पर कार्य करता है। |
लेंस और दर्पण दोनों ही प्रकाश को मोड़ने या परिवर्तित करने के लिए प्रयुक्त होते हैं, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली और उपयोग में काफी अंतर होता है।
1. परिभाषा और संरचना
- लेंस: लेंस एक पारदर्शी वस्तु होती है जिसे आमतौर पर कांच या प्लास्टिक से बनाया जाता है। इसकी दो प्रमुख सतहें होती हैं जो वक्राकार होती हैं। लेंस प्रकाश को अपवर्तित (refract) करते हैं, यानी प्रकाश की किरणों की दिशा को बदलते हैं।
- दर्पण: दर्पण एक चिकनी और परावर्तक सतह होती है जो आमतौर पर कांच की एक प्लेट पर परावर्तक पदार्थ (जैसे कि एल्युमिनियम) की परत चढ़ाकर बनाई जाती है। दर्पण प्रकाश को परावर्तित (reflect) करते हैं, यानी प्रकाश की किरणों को वापस भेजते हैं।
2. कार्यप्रणाली
- लेंस: लेंस प्रकाश की किरणों को अपनी सतह पर अपवर्तित करते हैं, जिससे वस्तुओं की छवियाँ बनती हैं जो उत्तल (convex) या अवतल (concave) लेंस के आधार पर वास्तविक या काल्पनिक, बड़ी या छोटी हो सकती हैं।
- दर्पण: दर्पण प्रकाश की किरणों को परावर्तित करके वस्तुओं की छवियाँ बनाते हैं। ये छवियाँ उत्तल या अवतल दर्पण के आधार पर समान आकार की, बड़ी या छोटी हो सकती हैं।
3. उपयोग
- लेंस: लेंस का उपयोग चश्मे, माइक्रोस्कोप, दूरबीन, कैमरे आदि में किया जाता है, जहाँ छवियों को बड़ा या छोटा करने या फोकस करने की आवश्यकता होती है।
- दर्पण: दर्पण का उपयोग घरों, वाहनों के रियरव्यू मिरर्स, परिक्षण उपकरण, और कुछ प्रकार के ऑप्टिकल उपकरणों में किया जाता है।
4. छवि की प्रकृति
- लेंस: लेंस द्वारा बनाई गई छवियाँ उलटी या सीधी हो सकती हैं, आकार में बदलाव के साथ।
- दर्पण: दर्पण द्वारा बनाई गई छवियाँ सामान्यतः सममित होती हैं, लेकिन अवतल दर्पण में छवि उलटी भी हो सकती है।